लोकसभा चुनाव में एम पी के कांग्रेस की क्या होगी रणनीति अभी अधर में, प्रेस वार्ता में स्पष्ट नहीं

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भोपाल

21/2/2024

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी और वर्तमान मुख्य मंत्री को एक ही श्रेणी में लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कटाक्ष किया है.

दरअसल जीतू पटवारी ने आज भोपाल में एक प्रेस वार्ता बुलाई जिसमे शिवराज सिंह चौहान को मामा कहा और मुख्य मंत्री डॉक्टर मोहन यादव को काका से सम्बोधित किया।

पटवारी ने कहा कि मामा ने 30 हज़ार रजिस्टर्ड झूठ बोले, बेरोजगारों से झूठ बोले, मामा राज में प्रदेश में घर परिवार की आर्थिक व्यवस्था बिगड़ी है। पहले मामा और अब काका के राज में भी क्राइम और क़र्ज़ चल रहा है।

लोकसभा चुनाव में उतरने से पहले  भाजपा पहले जनता के सवालों के जवाब दे। ताकि, झूठे वादे करने वाले मुंह से, फिर कोई नया झूठ निकल नहीं पाए।

पटवारी ने रिश्ते बनाने पर भी कटाक्ष किया,कहा कि,झूठ और जुमलों के जरिए रिश्ते बनाने वाले भाजपा नेता आर्थिक अराजकता का जवाब कब देंगे? कीचड़ के ऊपर कालीन कब तक बिछाया जाएगा?

झूठी बातें, झूठे दावे, झूठे वादे करते हुए ‘‘मीठा“ बोलना, यह शिवराज के शासन का पर्याय था।

मोहन सरकार में क्राइम के कुछ उदाहरण देते हुए जीतू ने जानकारी देते हुए कहा कि सच्चाई है कि मोहन यादव सरकार के दो महीना में क्राइम का ग्राफ सबसे ज्यादा हो गया है! यह स्थिति तब है जब हमारे मुख्यमंत्री जी प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं।

अराजक हो चुकी व्यवस्था को संभालने के लिए मुख्यमंत्री जी एक अधिकारी का तबादला करते हैं, तो दूसरी जगह कोई दूसरा फिर वही गलती करता है, सीधे मुख्यमंत्री को चुनौती देता है।

रोजाना गंभीर किस्म के अपराध होते हैं। पुलिस वालों पर ही गोलियां चलती है। गैंगरेप होते रहते हैं। भाजपा के अनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोग आदिवासियों को पीटते हैं।

पिछली सरकार और नई सरकार के द्वारा लिए गए क़र्ज़ का ब्यौरा देते हुए पटवारी ने कहा कि सरकार ने फिर से पांच हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है!

मोहन सरकार ने सत्ता संभालते ही 1 महीने के अंदर में ही 23 जनवरी 2024 को 2500 करोड़ का कर्ज ले लिया।

इसके 15 दिन बाद फिर 7 फरवरी 2024 को 3000 करोड़ रुपए का कर्ज ले लिया। इस तरह देखा जाए तो नई सरकार गठित होने के बाद सरकार ने 15 दिन के अंदर में ही 5500 करोड़ का कर्ज ले लिया है।

जीतू ने सरकार को क्या क्या नहीं करना है इसकी तो जैसे लिस्ट ही प्रस्तुत कर दी

कर्ज लेकर मंत्रियों के बंगले सजाना है। सरकार की सुख सुविधाओं पर खर्च करना है। लेकिन लाडली बहनों को 3000 रू. प्रतिमाह नहीं देना है। गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल भी नहीं देना है। धान के लिए वादा करने के बावजूद 3100 रुपए प्रति क्विंटल का मूल्य नहीं देना है।

शिवराज सिंह की सरकार ने 02 फरवरी 2023 को 3000 करोड, 09 फरवरी 2023 को 3000 करोड़, 16 फरवरी 2023 को 3000 करोड़, 23 फरवरी 203 को 3000 करोड़, 02 मार्च 2023 को 3000 करोड़, 09 मार्च 2023 को 2000 करोड़, 17 मार्च 2023 को 4000 करोड़, 24 मार्च 2023 को 1000 करोड़, 29 मार्च 2023 को 1000 करोड़, 14 जून 2023 को 4000 करोड़, 12 सितंबर 2023 को 1000 करोड़ और 27 दिसंबर 2023 को 2000 करोड़ रूपये का कर्ज लिया।

मोहन यादव की सरकार बनते ही 23 जनवरी 2024 को 2500 करोड़, 15 दिन बाद फिर 7 फरवरी 2024 को 3000 करोड़ यानि नई सरकार के गठित होने के बार 5500 करोड़ का कर्ज सरकार ले चुकी है। आखिर इतना बजट कहां जाता है?

लोकसभा चुनाव को लेकर अध्यक्ष ने कांग्रेस की अग्रिम रणनीति को चुनाव की तैयारी का हिस्सा बताते हुए जानकारी दी कि कांग्रेस पार्टी आगामी समय में धान और गेहू के समर्थन मूल्य को लेकर बड़े आंदोलन ब्लाक स्तर पर करेगी। उसके बाद किसानों के साथ मिलकर तुलाई केंद्रों पर आंदोलन करेगी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने बीते विधानसभा चुनाव में आये परिणामों को लेकर कहा कि परिणामों से आमजन में रोष हैं। भाजपा सरकार द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी कर लोकतंत्र की हत्या की गई। लोग सड़कों पर उतरकर ईवीएम का खुलकर विरोध कर रहे हैं।

चंडीगढ़  के मेयर चुनाव के वर्तमान घटनाक्रम का भी उदाहरण दिया कि कैसे लोकतंत्र को तानाशाही से चलाया जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मीडिया को जानकारी दी कि अभा कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी जनता को पांच न्याय दिलाने को लेकर भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं, जो 2 मार्च को मध्यप्रदेश पहुंच रही है जो 7 मार्च तक रहेंगी, यात्रा उसके बाद राजस्थान में प्रवेश करेगी।

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव में एम पी के कांग्रेस की क्या होगी रणनीति अभी अधर में ही है।