सिवनी. सिवनी (Seoni) के बरघाट नगर परिषद में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ है. मामला सामने आने के बाद से जिले और नगर परिषद के अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है. मामला उजागर होने के बाद इस फर्जीवाड़े में शामिल नगर परिषद अध्यक्ष रंजीत वासनिक समेत तीन लोगों के विरुद्ध बरघाट थाने में मामला दर्ज किया गया है.
दरअसल बरघाट नगर परिषद के मौजूदा अध्यक्ष रंजीत वासनिक द्वारा 55 अपात्र व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास योजना की एक करोड़ 13 लाख की राशि मुहैया कराने की शिकायत कलेक्टर से की गई थी. इस शिकायत के बाद कलेक्टर ने एसडीएम की अध्यक्षता में जांच टीम बनाई थी. नगर परिषद क अध्यक्ष ने नगर परिषद के अधिकारियों की मिलीभगत से 55 ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की रकम मुहैया करा दी जो इसके पात्र नहीं थे.
जब प्रधानमंत्री आवास योजना के असली पात्रों को योजना का लाभ नहीं मिला तो लोगों ने इसका विरोध किया. हल्ला होने पर पता चला कि पात्र लोगों को योजना का लाभ मिल चुका है. इस पर लोगों ने पता किया तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. योजना के असली पत्रों को इसका लाभ ही नहीं मिला है. इस पर लोगों ने कलेक्टर से शिकायत की. कलेक्टर ने जब जांच के लिए टीम बनाई तब जाकर मामला साफ हो पाया.
टीम ने नगर परिषद अध्यक्ष को पाया दोषी
टीम के द्वारा मामले की जांच करने पर इस भ्रष्टाचार में मौजूदा नगर परिषद अध्यक्ष रंजीत वासनिक दोषी पाये गए. साथ में तत्कालीक नोडल अधिकारी भरत गजभिये, सब इंजीनियर शील भालेराव की भी मिलीभगत सामने आई है. तीनों के विरुद्ध शासकीय राशि का दुरुपयोग करने और अमानत में खयानत की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
वहीं पुलिस ने नगर परिषद में पहुंचकर सम्बंधित दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं. जांच दल ने इसके बाद से और भी शिकंजा कस दिया है. टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस मामले में और किन लोगों का हाथ है. साथ ही मामले को किस तरह से अंजाम दिया गया है.