जबलपुर. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) के अधारताल थाना इलाके की पैराडाइज़ कॉलोनी के पीछे साधारण से दिखने वाले एक घर में कई महीनों से सीमेंट एड्हेसिव डॉ. फिक्सिट और सर्वो जैसी ब्रांडेड कंपनियों के नकली ऑयल (Fake Oil) बनाने का काम किया जाता था, लेकिन घर साधारण था इसलिए किसी को इस पर शक नहीं हुआ. मुखबिर से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने दोपहर को घर की घेराबंदी की और फिर अंदर जाकर उसकी तलाशी ली जहां एक कमरे में ताला लगा हुआ था. ताला खुला तो पुलिस भी हैरान रह गई.
ताला खुला तो हैरान रह गई पुलिस
पुलिस ने जब बंद कमरे के ताले को खुलवाया तो अंदर रखा सामान देखकर पुलिस भी हैरान रह गई. उस कमरे में एक बड़े ड्रम में ऑयल भरा हुआ रखा था. उसके पास ही दूसरे कार्टूनों में ऑयल और डॉ. फिक्सिट के खाली डिब्बे रखे हुए थे जिनमें नकली माल तैयार कर भरा जाता था. पुलिस ने सारा माल जब्त कर जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि ये दंपत्ति कई महीनों से यह गोरखधंधा कर रहे थे. इस मामले में पुलिस दंपत्ति से लाइसेंस एवं अन्य दस्तावेजों के संबंध में पूछताछ कर रही है.
ये आशंका भी जताई जा रही है कि जबलपुर में इनके गिरोह के और भी सदस्य हो सकते हैं क्योंकि यह काम सिर्फ 2 लोगों के बूते पर नहीं किया जा सकता. बहरहाल पुलिस अब मामले की गहराई तक जाने का प्रयास कर रही है.
स्थानीय नेता पर संदेह
जिस दंपत्ति पर यह नकली सामान बनाने का शक पुलिस कर रही है उसे बचाने के लिए शहर के एक नेता भी थाने पहुंचे और पूरे समय पुलिस और फोन पर बात कर मामले को दबाने की कोशिश करते रहे. आशंका जताई जा रही है कि पकड़े गए दंपत्ति सिर्फ मोहरे हैं और इस पूरे नकली कारखाने के असली किरदार यही नेता हैं, लेकिन न तो पुलिस ने इस संबंध में खुलकर कोई बात कही और न ही पकड़े गए दंपत्ति ने उनका नाम लिया.