ये विधायक हैं मंत्री पद की दौड़ में शामिल, उद्धव ने पीएम को दिया न्योता

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महाराष्ट्र में महीने भर चली सियासी उठापटक के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज शाम 6.40 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह पहला मौका होगा, जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेगा। इससे पहले, शिवसेना के नारायण राणे 1999 और मनोहर जोशी 1995 में सीएम बने थे।उद्धव के नेतृत्व में बन रही शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी की सरकार का शपथ ग्रहण समारोह दादर स्थित शिवाजी पार्क में होगा। उद्धव के अलावा तीनों दलों से तीन-तीन नेताओं को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। 

सरकार में दो उपमुख्यमंत्रियों पर भी बातचीत चल रही है, जो एनसीपी और कांग्रेस से होंगे। इन दो नामों पर अंतिम फैसला अभी नहीं हुआ है। तीनों दलों में इस मुद्दे पर चर्चा जारी है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद की मांग रखी है, जिसे शिवसेना और एनसीपी ने स्वीकार कर लिया है। महाविकास अघाड़ी में अंतिम तौर में यह तय हो रहा है कि तीनों पार्टियों के कितने मंत्री मंत्रिमंडल में रहेंगे। इनमें से किस-किस को उद्धव के साथ शपथ दिलाई जाएगी। बुधवार को दिन में पहले शरद पवार के घर पर एनसीपी नेताओं की बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना के 16, एनसीपी के 14 और कांग्रेस के 12 मंत्रियों के फार्मूले पर बन सकती है।

समारोह भव्य बनाने की तैयारी 

उद्धव के शपथग्रहण समारोह को भव्य बनाने तैयारी है। कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। उनके अलावा कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, डीएमके नेता एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी न्योता दिया गया है। इसके अलावा राज्य से करीब 400 किसान परिवारों को बुलावा भेजा है। खास तौर पर ऐसे किसान परिवारों को निमंत्रित किया गया है, जिनके मुखिया या अन्य सदस्य ने अभाव अथवा कर्ज के कारण आत्महत्या की है।

 

उद्धव ने पीएम मोदी को दिया न्योता

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात कर शपथ ग्रहण में आने का न्योता दिया। पीएम मोदी ने इस दौरान उद्धव को बधाई दी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि पीएम आएंगे या नहीं। दूसरी ओर, कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह को निमंत्रित करने के लिए खुद आदित्य ठाकरे बुधवार रात दिल्ली पहुंचे। 

राज ठाकरे को भी न्योता, मिल सकता है मंत्री पद

उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी राज ठाकरे और उनके परिवार को भी गुरुवार को होने जा रहे मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह का न्योता भेजा गया है। राजनीतिक रूप से अलग-अलग होने के बावजूद उद्धव और राज के परिवार समय-समय पर एक-दूसरे के साथ खड़े नजर आते हैं। उल्लेखनीय है कि राज ने विधानसभा चुनाव में वर्ली में अपने भतीजे आदित्य ठाकरे के विरुद्ध अपनी पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतारा था। खबर है कि राज की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की तरफ से विधानसभा चुनाव में जीतने वाले राजू पाटिल को एनसीपी अपने कोटे से मंत्री पद दे सकती है। विधानसभा चुनावों में राज ठाकरे ने कई जगहों पर एनसीपी की मदद की थी। उनकी पार्टी के लोगों ने एनसीपी के पक्ष में प्रचार किया था।

मंत्री पद की दौड़ में

  • शिवसेना: एकनाथ शिंदे, दिवाकर राउते, सुभाष देसाई, अब्दुल सत्तार, रामदास कदम, तानाजी सावंत, दीपक केसरकर, गुलाब राव पाटिल
  • एनसीपी: धनंजय मुंडे, जितेंद्र अव्हाड, जयंत पाटिल, छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, अनिल देशमुख, दिलीप वलसे-पाटिल, मकरंद पाटिल, राजेश टोपे
  • कांग्रेस: अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, बाला साहेब थोराट, विजट वडेट्टीवार, के.सी. पड़वी, विश्वजीत कदम, यशोमती ठाकुर, सतेज पाटिल, सुनील केदार

 

अजित दादा को बड़ा काम करने पर बड़ी जिम्मेदारी- राउत

अजित पवार को उद्धव ठाकरे की सरकार में क्या जिम्मेदारी मिलेगी, इस पर सबकी नजर है। मगर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अजित दादा कितना बड़ा काम करके आए हैं, यह सभी ने देखा है। इसलिए बड़ा काम करने पर उन्हें जिम्मेदारी भी बड़ी ही दी जाएगी।

फडणवीस के खिलाफ भाजपा में उठी आवाज

महाराष्ट्र में सरकार गठन में नाकाम रहने के बाद भाजपा के भीतर अब पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ आवाज उठने लगी है। महाराष्ट्र भाजपा के दिग्गज नेता एकनाथ खड़से ने फडणवीस पर वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी करने के साथ ही अजित पवार से समर्थन लेने पर भी सवाल उठाया। खड़से ने कहा कि अगर वरिष्ठ नेताओं को साथ लेकर चुनाव लड़ा जाता तो भाजपा ज्यादा सीटें जीतती और यह दिन देखना नहीं पड़ता। 

सीएम पद का लालच देना खरीद फरोख्त: शाह 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कहा कि 100 सीटों वाला गठबंधन 56 सीट वाली पार्टी को मुख्यमंत्री पद दे रहा है ये खरीद-फरोख्त नहीं तो और क्या है? शाह ने कहा कि मैं शरद पवार और सोनिया गांधी से कहना चाहता हूं कि वे एक बार ये बोलकर देखें कि मुख्यमंत्री उनका होगा और फिर शिवसेना का समर्थन लेकर दिखाएं। अजित पवार के समर्थन देने के सवाल पर शाह ने कहा कि जब पहली बार सरकार बनाने में असमर्थता जताई तो उस पत्र पर भी अजित पवार के ही हस्ताक्षर थे। हमें जो समर्थन पत्र मिला, उस पर भी अजित पवार के ही हस्ताक्षर थे।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने जताई चिंता 

शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह में बॉम्बे हाईकोर्ट ने चिंता प्रकट की है। कोर्ट ने मैदान में सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन को सुरक्षा का खयाल करते हुए सार्वजनिक मैदानों पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कराने का नियमित सिलसिला नहीं होना चाहिए, नहीं तो हर कोई ऐसे कार्यक्रम के लिए मैदान का ही इस्तेमाल करना चाहेगा।