उत्तर प्रदेश के बरेली में बेटी ने बिल्डर पिता से बगावत कर बरेली कॉलेज के एक छात्र नेता से प्रेम विवाह कर लिया। मामला जब बिल्डर तक पहुंचा तो उसने भाजपा के एक कद्दावर नेता को अपना रिश्तेदार बताते हुए धमकी भरे लहजे में कहा कि जानते नहीं हो कहां हाथ डाला है। सड़क छाप नेता हो मेरी बेटी को भूल जाओ। उससे मिलने की कोशिश मत करना। छात्र नेता ने रजिस्ट्रार के यहां शादी रजिस्टर्ड कराने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर पत्नी को दिलाने की मांग की। एसएसपी से भी मुलाकात की।
प्रेमनगर के शास्त्रीनगर निवासी रिटायर्ड सैन्यकर्मी रूपराम का बेटा विक्रांत बरेली कॉलेज में एमएससी फाइनल ईयर का छात्र है। इज्जतनगर थाना क्षेत्र निवासी एक लड़की उसकी क्लासमेट है। दोनों का पिछले पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लड़की के पिता एक बिल्डर हैं। प्रेमी जोड़े ने आर्य समाज मंदिर में बीती 22 अप्रैल 2019 को प्रेम विवाह कर लिया। इसके बाद रजिस्ट्रार कार्यालय में विवाह का पंजीकरण करा लिया। शादी की भनक लगते ही बिल्डर पिता ने बेटी के बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी। विक्रांत ने आखिरी बार छात्रा से अक्तूबर में बात की। छात्र के बार-बार बात करने की कोशिश करने पर बिल्डर ने हड़काया। छात्र की बहन ममता को फोन कर अंजाम भुगत लेने के लिये तैयार रहने को कहा।
छह फेरों के बाद दुल्हन ने सिर से घूंघट उठाया और कहा…
भाजपा के एक बड़े नेता मेरे रिश्तेदार हैं
फोन पर धमकी देते हुये बिल्डर ने भाजपा के एक बड़े नेता का नाम लेकर कहा कि वह मेरे साले हैं। चाहे तो वह बेटी को जान से मार सकता था। इसके बाद बिल्डर को लगा कि कॉल रिकार्ड हो सकती है तो उसने अपनी टोन बदल ली। कहा कि विक्रांत कम से कम एक साल के लिये उनकी बेटी को भूल जाये। छात्र को सड़क छाप बताते हुये कहा कि वह अपनी पढ़ाई करे। वह कुछ बन जाता है तो वह शादी के बारे में विचार बना सकते हैं। वरना सब बेकार है।
हाईस्कूल व इंटर की मार्कशीट घर भिजवा दो
बिल्डर ने छात्र की बहन से कहा कि विक्रांत से कहो कि उसकी बेटी की हाईस्कूल व इंटर की मार्कशीट किसी के हाथ घर भिजवा दे। छात्र को मजनू बताते हुये कहा कि जहां वह रहता है। वह सब गंगवार हैं और सब रिश्तेदार हैं। छात्रा से संपर्क टूटने के बाद छात्र ने कोर्ट में याचिका दायर कर छात्रा को उससे मिलवाने की मांग की। आशंका जताई है कि उसके पिता छात्रा के साथ अप्रिय घटना कर सकते हैं।