गुलाबी गेंद श्रंखला: लिटन दास और नईम रिटायर्ड हर्ट, एक ही मैच में 2 ‘कनकशन सब्सिट्यूट’ 

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कोलकाता । गुलाबी गेंद श्रंखला में बांग्लादेश को भारत के खिलाफ पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में दो कनकशन सब्सिट्यूट उतारने पड़े जब लिटन दास और नईम हसन पेसर मोहम्मद शमी की गेंद लगने के बाद रिटायर्ड हर्ट हो गए। भारतीय पेसरों ने इस मैच में कमाल का प्रदर्शन किया और इशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने ही 10 विकेट ले लिए। भारत के लिए केवल 1 ओवर ही स्पिनर रविंद्र जडेजा ने किया। लिटन और नईम इस टेस्ट मैच के शुरुआती दिन रिटायर्ड हर्ट हो गए जिससे मेहमानों को उन खिलाड़ियों को ‘कनकशन सब्सिट्यूट’ के तौर पर उतारना पड़ा जिन्हें प्लेइंग-इलेवन में जगह नहीं मिली थी। लिटन और नईम दोनों के सिर में पेसर मोहम्मद शमी की गेंद लगी जिसके बाद मेहदी हसन और तैजुल इस्लाम को ‘कनकशन सब्सिट्यूट’ (सिर में चोट लगने के कारण उसकी जगह मैदान पर उतरने वाला स्थानापन्न खिलाड़ी) के तौर पर उतारा गया।
जब नईम के सिर पर शमी की गेंद लगी तो उनके उपचार के लिए भारतीय टीम फिजियो नितिन पटेल को जाना पड़ा। बांग्लादेश इस तरह एक टेस्ट मैच में दो ‘कनकशन सब्स्टीट्यूट’ उतारने वाली पहली टीम बन गई। हालांकि ‘कनकशन सब्स्टीट्यूट’ नियम के अंतर्गत आफ स्पिनर मेहदी को गेंदबाजी करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। चोटिल लिटन दास की जगह लेने पर मेहदी हसन मिराज टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथे कनकशन सब्सिट्यूट बने। बाद में, तैजुल इस्लाम ने नईम हसन की जगह ली, जिससे यह पहली बार हुआ कि एक टेस्ट मैच में दो कनकशन सब्सिट्यूट उतारे गए। लिटन और नईम दोनों को जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। लिटन का सीटी स्कैन किया गया था, जबकि नईम ने एमआरआई कराया गया। जांच में किसी तरह की गंभीर चोट नहीं आई और शाम को दोनों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
दिलचस्प बात यह है कि आईसीसी द्वारा नियम लागू किए जाने के बाद से अब तक इस्तेमाल किए गए पांच में से चार कनकशन सब्सिट्यूट भारतीय पेसरों की वजह से ही उतरे। 1 अगस्त 2019 से आईसीसी ने क्रिकेट में कुछ नए नियमों को मान्यता दी है। क्रिकेट में नया नियम है यह है कि अगर किसी खिलाड़ी के सिर या गर्दन में चोट लगती है तो उसके स्थान पर किसी दूसरे खिलाड़ी को मौका दिया जा सकता है।