भारत के सीनियर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ दिन रात्रि टेस्ट मैच में दूधिया रोशनी में बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण है क्योंकि गुलाबी गेंद इस तरह की परिस्थितियों में बाद में स्विंग करती है। रहाणे ने भारत की पहली पारी में 51 रन बनाये। भारत ने अपनी पारी नौ विकेट पर 347 रन बनाकर समाप्त घोषित की। रहाणे ने कहा कि बल्लेबाज को अंतिम सत्र में अलग तरह की रणनीति अपनानी होगी।
उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, यह ऐतिहासिक टेस्ट मैच है और मैं इसका हिस्सा बनकर वास्तव में खुश हूं। बल्लेबाज होने के नाते मुझे लगता है कि पहला और दूसरा सत्र बल्लेबाजी के लिये आसान है लेकिन दूधिया रोशनी में 'लेट स्विंग के कारण बल्लेबाजो के लिये परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण बन जाती हैं। इसके अलावा सांझ का पहर भी चुनौतीपूर्ण होता है। रहाणे ने कहा, पहले सत्र में गेंद अच्छी तरह से बल्ले पर आती है। इसके बाद ओस पड़ने लग जाती है तो रणनीति भिन्न होनी चाहिए। आपको पहले सत्र में सकारात्मक क्रिकेट खेलना चाहिए और उसका फायदा उठाना चाहिए।