कथित चमत्कारी महुआ पेड़ के लिए बवाल : हमले में टीआई सहित कई पुलिसवाले घायल

0
67

होशंगाबाद. होशंगाबाद ((Hoshangabad District) के उस कथित चमत्कारी महुआ पेड़ (Miraculous Mahua Tree) को लेकर बवाल मच गया जिसे छूने लोग आ रहे हैं. प्रशासन ने पेड़ छूने पर रोक लगा दी है. इससे नाराज़ लोगों ने पुलिस औऱ प्रशासन की टीम पर हमला बोल दिया, जिसमें टीआई सहित कई पुलिस वाले घायल हो गए. हालात से निपटने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
कथित पेड़ की कहानी
होशंगाबाद के नया गांव में वो महुआ का पेड़ है, जिसे लेकर अफवाह फैली हुई है कि उसे छूने से बीमारियों दूर हो जाती हैं. पेड़ को छूने दूर-दूर से लोग अपने बीमार परिवारवालों को लेकर पहुंच रहे थे. जब बात हद से ज़्यादा बढ़ गयी तो प्रशासन ने उस पेड़ को छूने पर रोक लगा दी और उसके चारों तरफ खाई खोद दी ताकि कोई उस पेड़ तक ना पहुंच पाए.
पुलिस टीम पर पथराव
बस इसी बात पर लोगों का गुस्सा आज पुलिस औऱ प्रशासन की टीम पर फूट पड़ा. टीम पर गांव वालों ने पथराव कर दिया. जिसमें वनखेड़ी टीआई, और अन्य पुलिस कर्मी सहित कई लोग घायल हो गए. गांव वालों ने सरकारी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर टेंट में आग लगा दी.हालात इतने उग्र हो गए कि स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त फोर्स बुलाया गया.
बफर जोन में है पेड़
महुआ का ये पेड़ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बफर जोन में है. रविवार और बुधवार को यहां बीमारों की भीड़ उमड़ती है. पिछले डेढ़ महीने से अंधविश्वास का ये खेल चल रहा है. हालात को देखते हुए होशंगाबाद जिला प्रशासन ने महुआ पेड़ तक जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. बुधवार को भीड़ रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन की टीम गांव गयी थी.
सोशल मीडिया से शुरू हुआ खेल
महुआ के पेड़ के बारे में सोशल मीडिया से शुरू हुआ खेल अंधविश्वास तक जा पहुंचा था. सोशल मीडिया (Social Media) में बताया गया कि होशंगाबाद के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बफर ज़ोन में लगे इस महुआ के पेड़ को चमत्कारिक बताया गया. खबर वायरल होने के बाद देशभर से लाखों लोग इस पेड़ को छूने पहुंचने लगे. हालांकि एक भी श्रद्धालु ऐसा नहीं मिला है जो महुआ के पेड़ को छूने के बाद ठीक हुआ हो.
ये है दावा
चर्चा ये थी कि इस पेड़ के पास हाथ रख कर बैठने से अपने आप हाथ पेड़ की तरफ खींचे चले जाते हैं और लोगों की बीमारियां ठीक हो जाती हैं. इस खबर के वायरल होने के बाद पिपरिया के नजदीक बसे एक छोटे से गांव कोड़ापड़रई से लगे जंगलों में मौजूद यह पेड़ चमत्कारिक पेड़ के नाम से मशहूर हो गया. पिछले रविवार को देशभर से तकरीबन एक लाख लोग इसे देखने पहुंचे.
पुलिस परेशान
इस बीच सोशल मीडिया पर एक और मैसेज वायरल हो गया था कि चमत्कारिक पेड़ के पास भगदड़ मच गई जिसमें कई लोग घायल हो गए. इस खबर के वायरल होने के बाद भोपाल से लेकर होशंगाबाद तक अधिकारियों के होश उड़ गए. होशंगाबाद रेंज के आईजी सहित पूरा फोर्स वहां पहुंचा और हालात का जायज़ा लिया. उसके बाद प्रशासन ने ये पेड़ छूने पर रोक लगा दी और उसके चारों ओर खाई खुदवा दी ताकि लोग पेड़ तक ना पहुंच सकें. (होशंगाबाद से संवाददाता शैलेन्द्र कौरव से मिला