इन्दौर । सनाढ्य ब्राम्हण समाज का अन्नकूट महोत्सव जूनी इन्दौर चंद्रभागा स्थित सनाढ्य मंदिर पर सौल्लास संपन्न हुआ। इस अवसर पर दो हजार से अधिक समाजबंधुओं ने सिंगल यूज पोलिथीन के प्रयोग से दूरी बनाए रखने का संकल्प व्यक्त किया।
कार्यक्रम में वर्ष 1922 में समाज भवन की आधारशिला रखने वाले 15 परिवारों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समाज के अध्यक्ष पं. प्रकाश पचौरी, पं. रोशन बिरथरे एवं पं. संजय जारोलिया ने बताया कि वर्ष 1922 में अर्थात 97 वर्ष पूर्व सनाढ्य सभा भवन की आधारशिला रखने में शुक्ला, ढाच, बिरथरे, सिद्धर, पाराशर, पचौरी, शर्मा, सेतिया, दुबे, उपमन्यु एवं नायक परिवारों का प्रमुख योगदान रहा जिनके सदस्यों को समाजसेवी पं. अभिषेक शर्मा बबलू, हंसदास मठ के पं. पवन शर्मा, पं. शिवनारायण शर्मा सनातन एवं पूर्व आरटीओ जी.एस. पाठक के आतिथ्य में सम्मानित किया गया।
संस्था द्वारा अगले माह दिसंबर में परिचय सम्मेलन एवं अन्य मांगलिक प्रसंग होने वाले हैं, उनमें किसी भी स्थिति में सिंगल यूज पोलिथीन का उपयोग नहीं करने का संकल्प भी लिया गया। संस्था के पं. धीरेंद्र बिरथरे, पं. अनिल शर्मा, पं. पूरण शर्मा, पं. संजीव उपाध्याय, पं. जगदीश पचौरी एवं पं. योगेंद्र पंचोली ने समाज की गतिविधियां बताई। अतिथियों का स्वागत पं. चंद्रशेखर बिरथरे, पं. रिपुसूदन शर्मा, पं. संजय जारोलिया, पं. रोशन बिरथरे एवं पं. प्रकाश पचोरी ने किया। अन्नकूट महोत्सव में भगवान को छप्पन भोग समर्पित कर महाआरती की गई। संचालन पं. धीरेंद्र बिरथरे ने किया और आभार माना पं. जगदीश पचौरी ने।