ग्वालियर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीसीसी चीफ के सवाल पर कहा कि मैं 17 वर्षों से एक ही बात कहता आया हूं, मैं किसी लाल बत्ती और कुर्सी के लिए काम नहीं करता। पद और कुर्सी जनसेवा के लिए मिलती। इसे जनसेवा के लिए लेना चाहिए। श्री सिंधिया सोमवार को एक दिन के प्रवास पर ग्वालियर आए हैं। यह वह कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
शताब्दी एक्सप्रेस से ग्वालियर पहुंचे श्री सिंधिया का रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस सरकार के मंत्रियों, पदाधिकारियों और समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री सिंधिया ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का मुद्दा समाप्त हो गया है। अब देश को प्रगति और विकास की ओर जाने का लिए ध्यान केंद्रित होना चाहिए।
महाराष्ट्र में सरकार को लेकर रही रस्साकसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में एक विचित्र स्थिति बन गई है। जनता ने शिवसेना और भाजपा गठबंधन को बहुमत दिया, लेकिन दोनों की युति सरकार बनाने में नाकाम रही है। महाराष्ट्र की जनता को एक स्थायी सरकार की दरकार है। कांग्रेस द्वारा शिवसेना को समर्थन दिए जाने के सवाल उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है, जल्द ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे। उम्मीद है कि महाराष्ट्र की जनता को एक स्थायी सरकारी मिलेगी।
प्रद्युम्न ने किया साष्टांग दंडवत
कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने श्री सिंधिया का माला पहनाकर स्वागत किया और इसके बाद वह उनके चरणों में साष्टांग हो गए। अचानक हुए इस घटनाक्रम से हतप्रभ श्री सिंधिया ने उन्हें उठाया और उनके द्वारा चलाए जा रहे वास्तविक स्वच्छता अभियान की सराहना की।
तय कार्यक्रम के मुताबिक वे सुबह 11 बजे लक्ष्मीगंज मंडी में जिला कांग्रेस की ओर से आयोजित मंडी प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग लिया। इसके बाद 12.30 बजे श्याम वाटिका में सिंधिया विचार मंच के आयोजन में शामिल हुए और दोपहर 2.15 बजे उत्सव वाटिका में शहर जिला कांग्रेस के दीपावली मिलन समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद शाम 5 बजे तक शहर के गणमान्यजनों के निवास पर पहुंचकर मुलाकात करेंगे। शाम 5 से 6 बजे तक जयविलास में जनसंपर्क और 6 से 7.30 बजे तक प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना होंगे।