यह निर्णय कारसेवकों द्वारा दिए गए बलिदान का फल है –  अयोध्या निर्णय पर राज ठाकरे ने कहा 

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पुणे  । अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे  ने कहा कि शिवसेना  के संस्थापक बाल ठाकरे  यदि जीवित होते तो बहुत खुश होते। दिवंगत बाल ठाकरे के भतीजे, राज ने कहा कि यह निर्णय कारसेवकों द्वारा दिए गए बलिदान का फल है, जिन्होंने नब्बे के दशक में राम जन्मभूमि आंदोलन में भाग लिया था।
उन्होंने कहा, 'बालासाहेब आज जीवित होते तो बहुत खुश होते। मैं सुप्रीम कोर्ट को तथ्यों और लोगों भावनाओं के आधार पर निर्णय देने के लिए धन्यवाद देता हूं। अब राम मंदिर जल्द से जल्द बनना चाहिए और रामराज्य स्थापित होना चाहिए।'
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने इस फैसले के बाद महाराष्‍ट्र में सरकार गठन से पहले मंदिर निर्माण का नारा दिया है। दरअसल, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई की अध्‍यक्षता वाली पांच जजों की पीठ ने आज विवादित जमीन को रामलला विराजमान को देने का फैसला सुनाया। साथ ही सरकार को आदेश दिया है कि वह सुन्‍नी वक्‍फ बोर्ड को अयोध्‍या में कहीं भी 5 एकड़ जमीन मुहैया कराए। शिवसेना नेता संजय राउत ने राम मंदिर पर फैसला आने के बाद ट्वीट किया, 'पहले मंदिर फिर सरकार। अयोध्या में मंदिर, महाराष्ट्र में सरकार…जय श्रीराम।'