भारतीय साहित्यकारों ने विदेशों में स्थापित की भारतीय संस्कृति की पहचान : मंत्री शर्मा

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जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा और वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने आज मिन्टो हाल मेँ अप्रवासी भारतीय साहित्यकारों को शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। सम्मान समारोह में चिंतक श्री रघु ठाकुर, अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी के संचालक प्रो. रामराजेश मिश्र एवं रबीन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के चांसलर श्री संतोष चौबे शामिल हुए।
जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि अप्रवासी भारतीय साहित्यकारों ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय संस्कृति की पहचान स्थापित की है। साहित्य के माध्यम से विश्व-स्तर पर हमारे देश की प्रतिष्ठा कायम रखने में साहित्यकारों का महत्वपूर्ण योगदान है।
वाणिज्यिक कर मंत्री श्री राठौर ने कहा कि साहित्यकार समाज का दर्पण होते हैं। वे समाज को साहित्य के माध्यम से सही रास्ता दिखाते हैं। हमारा दायित्व है कि हम उनका सम्मान करें।
समारोह में अप्रवासी भारतीय साहित्यकार श्री तेजेन्द्र शर्मा, इंग्लैण्ड, सुश्री रेखा मैत्र, अमेरिका, सुश्री दिव्या माथुर, इंग्लैण्ड, प्रो. (डॉ.) पुष्पिता अवस्थी, नीदरलैण्ड, डॉ. रामा तक्षक, नीदरलैण्ड, श्री अशोक सिंह, अमेरिका, डॉ. भावना कुँअर, ऑस्ट्रेलिया, श्री ललित मोहन जोशी, इंग्लैण्ड, श्री अनूप भार्गव, न्यूजर्सी, श्री संजय अग्निहोत्री ‘क्षितिज‘,ऑस्ट्रेलिया, श्री उमेश ताँबी, अमेरिका, सुश्री रेखा राजवंशी, ऑस्ट्रेलिया, सुश्री उषा राजे सक्सेना, इंग्लैण्ड, डॉ. कविता वाचक्नवी, अमेरिका, डॉ. संध्या सिंह, सिंगापुर, श्रीमती जय वर्मा, ब्रिटेन, श्री अनिल शर्मा, भारत, डॉ सुषम बेदी, अमेरिका, सुश्री अर्चना पैन्यूली, डेनमार्क, डॉ. वंदना मुकेश, इंग्लैण्ड, श्री रमेश जोशी, अमेरिका, श्री धर्मपाल महेन्द्र जैन, कनाडा, श्री रमेश दवे, भारत, डॉ. कमल किशोर गोयनका, भारत, सुश्री नासिरा शर्मा, भारत, श्री वैभव सिंह, भारत और श्री आत्माराम शर्मा, भारत को सम्मानित किया गया।
पब्लिक रिलेशन सोसायटी द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में अमेरिका के कवि उमेश ताँबी का कविता संग्रह ‘‘शब्दों की ओट में‘‘, प्रसिद्ध व्यंग्य लेखक और ‘विश्वा‘, अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति, अमेरिका के संपादक श्री रमेश जोशी का व्यंग्य आलेख संग्रह ‘‘लीला का लायसेंस‘‘, न्यूयॉर्क के प्रख्यात प्रवासी साहित्यकार व लेखक अशोक सिंह का ग़ज़ल संग्रह ‘‘ख़्वाब कोई बिखर गया’‘, ऑस्ट्रेलिया की रेखा राजवंशी द्वारा संपादित व विश्व हिंदी साहित्य परिषद, दिल्ली द्वारा प्रकाशित ‘‘बूमरैंग-२ कविताएँ ऑस्ट्रेलिया से' (छह शहरों के चालीस कवियों की कविताओं का संकलन) और श्री मनोज कुमार द्वारा संपादित बा और बापू के 150 वर्ष पर केंद्रित ‘‘समागम‘‘ (रिसर्च जर्नल) का विमोचन किया गया।