राज्योत्सव में नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी की थीम को सभी ने सराहा 

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रायपुर। राज्योत्सव में नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी की थीम को सभी ने सराहा। राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा इस  योजना के क्रियान्वयन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। राज्योत्सव में सुराजी गांव योजना की थीम की जानकारी आम लोगों को देने के लिए कृृषि विभाग द्वारा विशेष स्टॉल लगाया गया।   
    राज्योत्सव में कृषि विभाग के स्टॉल में राज्य की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी सहित अन्य विभिन्न योजनाओं का प्रदर्शन किया गया है। कृषि विभाग के स्टॉल में प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारी कार्यों और कृषक कल्याण संबंधी विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जा रही है। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कृषि विभाग की प्रदर्शनी को प्रथम पुरस्कार प्राप्त होने पर कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। 
    साइंस कालेज मैदान में आयोजित राज्योत्सव में लगे कृषि विभाग के स्टॉल में सुराजी गांव और राज्य की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के जीवंत मॉडल की प्रस्तुति लोगों को लुभा रही है। कृषि विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं की जानकारी यहां पर मॉडलों के माध्यम से विस्तार से दर्शायी गई है। कृषि विभाग की प्रदर्शनी में वर्तमान परिदृश्य में कृषि के उन्नत तरीकों वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधि, मशरूम उत्पादन, ग्रेविटेशनल ड्रिप सिस्टम आदि के संबंध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस कड़ी में उद्यानिकी विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ में वानिकी फसलों के क्षेत्राच्छादन के द्वारा उद्यानिकी एवं वानिकी की महत्ता को बखूबी रूप से दर्शाया गया है। उद्यानिकी विभाग की प्रदर्शनी में प्रमुख फलों एवं सब्जियों का उत्पादन, फल परिरक्षण प्रशिक्षण केन्द्र, सॉस निर्माण, आचार निर्माण आदि की विस्तृत रूप से जानकारी प्रस्तुत की गई है, जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग यहां पर आकर्षित होकर आ रहे है। पशुधन विकास विभाग के स्टॉल में पशु चिकित्सा, वर्मी कम्पोस्ट बनाने हेतु टांका, चौकीदार शेड, गौठान में गोबर गैस संयंत्र, पशुओ में प्रतिबंधात्मक टीकाकरण की जानकारी, उन्नत नस्लों के पशुओ का प्रदर्शन, बकरी पालन, पशु संवर्धन में उत्पत्ति क्रम, बकरी पालन, सूकर वितरण, वैकल्पिक पशु आहार आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है। प्रदर्शनी में सुराजी गांव योजना, पारम्परिक गौठान का स्वरूप, भू-क्षरण, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ, छत्तीसगढ़ राज्य कषि विपणन (मंडी) बोर्ड, कृषि उपज मंडी समिति, किसान उपभोक्ता उप मंडी प्रांगण, आदर्श मंडी, राष्ट्रीय कृषि बाजार, फल सब्जी मंडी, हाट बाजार, हाइड्रोपोनिक चारा उत्पादन तकनीक, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्र, पुष्प एवं फसल अवशेष से कलाकृति निर्माण तकनीक, उन्नत फसल, जैव विविधता आदि के संबंध में पृथक-पृथक स्टॉलों के द्वारा रोचक पूर्ण तरीकों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदर्शित की गई है।