अनुच्छेद 370, 35ए भारत में आतंक का रास्ता थे, पीएम मोदी ने इन्हें बंद कर दिया : अमित शाह

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नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जयंती के अवसर पर यहां एकता दौड़ का शुभारंभ करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370, 35ए जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का प्रवेशद्वार थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे रद्द कर उस रास्ते को बंद कर दिया है। शाह ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर का बाकी देश के साथ एकीकरण का सरदार वल्लभभाई पटेल का अधूरा सपना पांच अगस्त को पूरा हुआ जब अनुच्छेद 370 और 35ए रद्द किये गए।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू, हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी शिरकत की। शाह ने कहा, 'जनता ने 2019 में पूर्ण बहुमत से नरेंद्र मोदी को देश की सत्ता की बागडोर सौंपी। अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर पीएम मोदी ने देश को फिर से जोड़ने का काम किया।' उन्होंने कहा, 'आर्टिकल 370 और 35ए देश में आतंकवाद की एंट्री का गेटवे बनी हुई थी, जिसे पीएम मोदी के नेतृत्व में हटाया गया।' गृह मंत्री ने कहा, 'सरदार पटेल को याद करते हुए 'एकता दौड़' शुरू की गई, आजादी के बाद सरदार पटेल ने देश को अखंड बनाया।' सरदार पटेल की जयंती पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर पूर्व उप-प्रधानमंत्री सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने पूर्व उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जन्म-जयंती पर याद करते हुए लिखा, 'देश की एकता के सूत्रधार लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन।' 
ज्ञात हो, जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बुधवार मध्यरात्रि को समाप्त हो गया और इसके साथ ही दो नए केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख अस्तित्व में आ गए। अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को संसद द्वारा समाप्त किए जाने के 86 दिन बाद यह निर्णय प्रभावी हुआ है। गृह मंत्रालय ने बुधवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी। देर रात जारी अधिसूचना में, मंत्रालय के जम्मू-कश्मीर संभाग ने प्रदेश में केंद्रीय कानूनों को लागू करने समेत कई कदमों की घोषणा की।
यह पहली बार होगा जब किसी राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में तब्दील किया गया है। इसके साथ ही देश में राज्यों की संख्या 28 रह गई और केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या बढ़कर नौ हो गई। इसी के साथ जम्मू-कश्मीर के संविधान और रणबीर दंड संहिता का गुरुवार से अस्तित्व खत्म हो जाएगा जब राष्ट्र पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाने के लिए ‘राष्ट्रीय एकता दिवस' मनाएगा। पटेल को भारत संघ में 560 से अधिक राज्यों का विलय करने का श्रेय जाता है। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 कहता है कि दो केंद्रशासित प्रदेशों के गठन का दिन 31 अक्टूबर है और यह मध्यरात्रि (बुधवार-गुरुवार) को अस्तित्व में आएंगे। राज्य के विशेष दर्जे को खत्म करने और इसके विभाजन की घोषणा पांच अगस्त को राज्यसभा में की गई थी।