सिरसा । करीब एक दशक पहले हरियाणा की राजनीति में 'पावर ब्रोकर का तमगा पाने वाले गोपाल कांडा ने सत्ता के गलियारे में अपनी पैठ फिर से बनाने की जुगत भिड़ा ली है। दो आत्महत्याओं में आरोपों का सामना कर रहे कांडा ने हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के टिकट पर सिरसा से निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया को महज 602 वोट से हराकर जीत हासिल की। जीत के तत्काल बाद कांडा ने बहुमत के जादुई आंकड़े से छह कदम दूर रहकर संकट में फंसी भाजपा का बिना शर्त समर्थन करने की घोषणा कर दी। गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा का दावा है कि उनके साथ पांच अन्य विधायक भी भाजपा का बिना शर्त समर्थन कर रहे हैं। देर रात कांडा एक अन्य विधायक रंजीत सिंह और सिरसा से भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल के साथ भारतीय वायुसेना बेस से एक चार्टर्ड विमान के जरिए शीर्ष भाजपा नेतृत्व से मिलने दिल्ली पहुंचे।