झाबुआ,मध्य प्रदेश के झाबुआ विधानसभा उपचुनाव (Jhabua Assembly by-election) की जंग में अब जनता अपना फैसला सुनाएगी. आदिवासी विधानसभा सीट झाबुआ सीट के लिए 21 अक्टूबर को पौने तीन लाख मतदाता अपनी पसंद को ईवीएम में कैद कर देंगे. जबकि चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए चुनाव आयोग ने कडे इंतजाम किए है. यहां मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria), तो भारतीय जनता पार्टी ने युवा नेता भानू भूरिया (Bhanu Bhuria) पर दांव खेला है.
झाबुआ विधानसभा सीट कौन फतह करेगा यानी किसके कब्जे में होगी झाबुआ की सीट. इसका फैसला सोमवार यानी 21 अक्टूबर को हो जाएगा. जी हां, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच झाबुआ के वोटर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद कर देंगे.
कांतिलाल भूरिया बनाम भानू भूरिया के बीच मुकाबला है. झाबुआ विधानसभा सीट में झाबुआ, राणापुर, कल्याणपुर और अलीराजपुर का उदयगढ़ व बोरी इलाका शामिल है. इस दौरान कुल 356 पोलिंग बूथ पर वोट डाले जाएंगे. जबकि मतदाताओं की संख्या 2 लाख 76 हजार है. इसमें महिला वोटर की संख्या 1 लाख 37 हजार 882, तो पुरुष वोटरों की संख्या 1 लाख 39 हजार है.
सुरक्षा व्यवस्था के लिए 3 हजार पुलिसकर्मी और केंद्रीय बल की 4 कंपनियां तैनात की गई हैं. पोलिंग बूथ पर वेब कास्टिंग और सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है. हर मतदान केंद्र पर मोबाइल सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी के रूप में 100 मोबाइल दल मौजूद रहेंगे. जबकि 356 पोलिंग बूथ में से 61 केंद्र को संवेदनशील माना गया है. झाबुआ उपचुनाव में मतदान केंद्रों की सुबह से ही मॉनिटरिंग होगी. भोपाल से चुनाव पर निगरानी होगी. झाबुआ चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.