तलावली चांदा में 433 लाख रूपये की लागत से बनेगा खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला एवं कार्यालय भवन 

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इन्दौर । राज्य शासन द्वारा चलाये जा रहे शुद्ध के लिये युद्ध अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। इस अभियान को प्रभावी गति देने के लिये आज यहां तलावली चांदा इन्दौर में 433 लाख रूपये की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला तथा कार्यालय भवन का मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति की अध्यक्षता में, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट के मुख्य आतिथ्य, वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर एवं लोक निर्माण एवं पर्यावरण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के विशेष आतिथ्य में भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया गया। यह प्रयोगशाला एवं कार्यालय भवन चार मंजिला होगा तथा इसमें अत्याधुनिक उपकरण एवं अन्य सुविधाएं रहेंगी। जिससे वर्तमान में भोपाल स्थित प्रयोगशाला पर पड़ रहे अतिरिक्त भार को कम किया जा सकेगा तथा नमूना जांच प्रतिवेदन समय पर प्राप्त हो सकेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा कि राज्य शासन द्वारा उपभोक्ताओं को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिये जो अभियान शुरू किया गया है, वह सराहनीय है। इस अभियान से नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकेगा। उन्हें अनेक बीमारियों से भी बचाया जा सकेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के बारे में व्यापक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 विनियम 2011 के अन्तर्गत एक अप्रैल 2019 से 05 अक्टूबर 2019 तक विभिन्न खाद्य पदार्थों के कुल 8 हजार 408 नमूने जाँच हेतु लिये गये हैं। शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के अन्तर्गत 19 जुलाई 2019 से 14 अक्टूबर 2019 तक प्रदेश में कुल 7 हजार 153 नमूने लिये जा चुके हैं। खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 विनियम 2011 के अन्तर्गत एक अप्रैल से 5 अक्टूबर 2019 तक कुल 4 हजार 703 जाँच प्रतिवेदन जारी किये गये हैं। शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के अन्तर्गत 19 जुलाई से 15 अक्टूबर 2019 तक कुल 2 हजार 147 नमूनों के जाँच प्रतिवेदन जारी किये गये हैं, जिनमें 666 नमूने अवमानक, 163 नमूने मिथ्याछाप, 40 नमूने अपद्रव्य, 36 नमूने असुरक्षित, 30 नमूने प्रतिबंधित एवं 1 हजार 212 नमूने मानक स्तर के घोषित किये गये हैं। अब तक प्रदेश में कुल 89 एफआईआर मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण एवं विक्रय करने वाले खाद्य कारोबारकर्ताओं के विरूद्ध दर्ज हो चुकी है। खाद्य पदार्थों में बार-बार मिलावट करने पर प्रदेश के विभिन्न जिलों के कलेक्टर द्वारा 31 राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अन्तर्गत कार्यवाही की गई है। प्रशासन द्वारा खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के अतिरिक्त आम उपभोक्ताओं की जागरूकता एवं सुरक्षित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता हेतु विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत कार्य किये गये हैं। कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि प्रदेश में तेजी से सड़कों का विस्तार किया जा रहा है। सांवेर क्षेत्र में नागरिकों की माँग के अनुरूप सड़कों का निर्माण सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि अतिवर्षा से खराब हुई सड़कों की मरम्मत का काम भी शीघ्र हाथ में लिया जायेगा। कार्यक्रम में वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में खाद्य एवं औषधि प्रशासन मध्यप्रदेश भोपाल के नियंत्रक रविंद्र सिंह, संयुक्त नियंत्रक डी. के. नागेन्द्र, खाद्य एवं औषधि प्रशासन इन्दौर के उप संचालक सह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया, समस्त खाद्य सुरक्षा अधिकारी एवं औषधि निरीक्षक तथा स्टाफ सहित सांवेर विधानसभा के जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन में नियंत्रक रविंद्र सिंह द्वारा उपस्थित सभी मंत्रीगण, अधिकारियों, जनप्रतिनिधि एवं नागरिकों का आभार व्यक्त किया गया।