इंदौर में मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश में इण्डस्ट्रीज 4.0 द इमेजिंग हब ऑफ इनोवेशन सामान्तर सत्र को सम्बोधित करते हुए जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा उद्योगपति प्रदेश में उद्योग लगाने के लिये आगे आयें। प्रदेश में नॉमिनल चार्ज पर उद्योग स्थापित करने के लिये, आईटी पार्क और आईटी प्रोडेक्ट के लिये जमीन उपलब्ध है। इस सुविधा का सभी भरपूर उपयोग करें। मध्यप्रदेश की सरकार तेज गति से कार्यों का निराकरण करती है। प्रदेश में उद्योगों के लिये अनुकूल माहौल है। यहाँ पानी एवं जमीन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पाँच राज्य से जुड़ा हुआ है, इसलिये यहाँ ग्लोबल मॉर्केटिंग की अपार संभावनाएँ हैं। उद्योगों की स्थापना से लोगों के लिये रोजगार के अवसर पैदा होंगे। श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश के सभी विभाग के लिये मैप आईटी कार्य कर रहा है, इससे प्रदेश में सभी विभागों के कार्यों में तकनीकी गुणवत्ता आई है।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डिसिजन मेकर हैं। किसानों का ऋण माफ करने से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है और इसका लाभ सीधे-सीधे उद्योगों को हुआ है। महू से मनमाड़ तक रेलवे लाइन स्वीकृत हुई है। इससे एक्सपोर्ट आसान होगा और अर्थ-व्यवस्था मजबूत होगी। श्री शर्मा ने कहा कि लॉजिस्टिक हब के लिये इंदौर सर्वश्रेष्ठ स्थान है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आईटी सेक्टर के क्षेत्र में प्रदेश को तेजी से आगे बढ़ाने एवं स्टार्टअप लाने के लिये सुझाव देने को कहा।
मध्यप्रदेश बिजनेस के क्षेत्र में नम्बर वन बन सकता है : नीति आयोग के सीईओ
नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने सामान्तर सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश डिजिटल बिजनेस के क्षेत्र में आगे है। यहाँ डिजिटल पेमेंट, डिजिटल टैक्स एवं लगभग हर जगह ई-बैंकिंग के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। इस सब को देखते हुए लग रहा है कि मध्यप्रदेश आने वाले समय में बिजनेस के क्षेत्र में नम्बर वन राज्य बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की 75 प्रतिशत आबादी मध्यम वर्ग की है। इसी वर्ग को आधार बनाकर हमें योजनाएँ बनानी होंगी। जब तक हम इनोवेशन नहीं करेंगे, तब तक तरक्की नहीं कर सकते हैं। श्री कांत ने कहा कि इंदौर विगत तीन वर्षों से स्वच्छ शहर का अवार्ड ले रहा है। इंदौर एक यूनिक मॉडल का उदाहरण है।
मध्यप्रदेश अगला औद्योगिक डेस्टीनेशन होगा
प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी ने कहा कि प्रदेश ने अपने विजन के लिये ठोस कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। गत एक वर्ष में सभी विभागों ने नई तकनीक अपनाई है। प्रदेश में उद्योगों को कार्य करने के बेहतर अवसर मिले, इसके लिये लगातार प्रयास किया जा रहा है। मध्यप्रदेश अगला औद्योगिक डेस्टीनेशन होगा। आईटी पार्क के लिये सस्ती दर पर जमीन उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ई गवर्नेंस एवं आई गवर्नेंस के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। नेस्कॉम की प्रेसीडेंट देवजानी घोष ने कहा कि हमें इजराइल की तरह रिनोवेटिव स्टार्ट-अप में कार्य करना होगा। उन्होंने इस अवसर पर एमओयू भी साईन किया। टीसीएस के श्री तेज बाटला ने कहा कि प्रदेश में उद्योग लगाना हमारे लिये उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि नये उद्योग लगाने में इको सिस्टम का भी ध्यान रखा जाये। श्री बाटला ने कहा कि इंदौर में टीसीएस का कार्य बेहतरीन है। पत्रकार श्री संजय पुगलिया ने सत्र का संचालन किया।
इंदौर में मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश में इण्डस्ट्रीज 4.0 द इमेजिंग हब ऑफ इनोवेशन सामान्तर सत्र को सम्बोधित करते हुए जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा उद्योगपति प्रदेश में उद्योग लगाने के लिये आगे आयें। प्रदेश में नॉमिनल चार्ज पर उद्योग स्थापित करने के लिये, आईटी पार्क और आईटी प्रोडेक्ट के लिये जमीन उपलब्ध है। इस सुविधा का सभी भरपूर उपयोग करें। मध्यप्रदेश की सरकार तेज गति से कार्यों का निराकरण करती है। प्रदेश में उद्योगों के लिये अनुकूल माहौल है। यहाँ पानी एवं जमीन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पाँच राज्य से जुड़ा हुआ है, इसलिये यहाँ ग्लोबल मॉर्केटिंग की अपार संभावनाएँ हैं। उद्योगों की स्थापना से लोगों के लिये रोजगार के अवसर पैदा होंगे। श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश के सभी विभाग के लिये मैप आईटी कार्य कर रहा है, इससे प्रदेश में सभी विभागों के कार्यों में तकनीकी गुणवत्ता आई है।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डिसिजन मेकर हैं। किसानों का ऋण माफ करने से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है और इसका लाभ सीधे-सीधे उद्योगों को हुआ है। महू से मनमाड़ तक रेलवे लाइन स्वीकृत हुई है। इससे एक्सपोर्ट आसान होगा और अर्थ-व्यवस्था मजबूत होगी। श्री शर्मा ने कहा कि लॉजिस्टिक हब के लिये इंदौर सर्वश्रेष्ठ स्थान है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आईटी सेक्टर के क्षेत्र में प्रदेश को तेजी से आगे बढ़ाने एवं स्टार्टअप लाने के लिये सुझाव देने को कहा।
मध्यप्रदेश बिजनेस के क्षेत्र में नम्बर वन बन सकता है : नीति आयोग के सीईओ
नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने सामान्तर सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश डिजिटल बिजनेस के क्षेत्र में आगे है। यहाँ डिजिटल पेमेंट, डिजिटल टैक्स एवं लगभग हर जगह ई-बैंकिंग के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। इस सब को देखते हुए लग रहा है कि मध्यप्रदेश आने वाले समय में बिजनेस के क्षेत्र में नम्बर वन राज्य बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की 75 प्रतिशत आबादी मध्यम वर्ग की है। इसी वर्ग को आधार बनाकर हमें योजनाएँ बनानी होंगी। जब तक हम इनोवेशन नहीं करेंगे, तब तक तरक्की नहीं कर सकते हैं। श्री कांत ने कहा कि इंदौर विगत तीन वर्षों से स्वच्छ शहर का अवार्ड ले रहा है। इंदौर एक यूनिक मॉडल का उदाहरण है।
मध्यप्रदेश अगला औद्योगिक डेस्टीनेशन होगा
प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी ने कहा कि प्रदेश ने अपने विजन के लिये ठोस कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। गत एक वर्ष में सभी विभागों ने नई तकनीक अपनाई है। प्रदेश में उद्योगों को कार्य करने के बेहतर अवसर मिले, इसके लिये लगातार प्रयास किया जा रहा है। मध्यप्रदेश अगला औद्योगिक डेस्टीनेशन होगा। आईटी पार्क के लिये सस्ती दर पर जमीन उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ई गवर्नेंस एवं आई गवर्नेंस के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। नेस्कॉम की प्रेसीडेंट देवजानी घोष ने कहा कि हमें इजराइल की तरह रिनोवेटिव स्टार्ट-अप में कार्य करना होगा। उन्होंने इस अवसर पर एमओयू भी साईन किया। टीसीएस के श्री तेज बाटला ने कहा कि प्रदेश में उद्योग लगाना हमारे लिये उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि नये उद्योग लगाने में इको सिस्टम का भी ध्यान रखा जाये। श्री बाटला ने कहा कि इंदौर में टीसीएस का कार्य बेहतरीन है। पत्रकार श्री संजय पुगलिया ने सत्र का संचालन किया।