अहमदाबाद,गुजरात में हाल ही में 40 जिला न्यायाधीशों के लिए एग्जाम हुए थे, लेकिन हैरानी की बात है कि उसमें हिस्सा लेने वाले 119 कार्यरत जजों और 1,372 वकीलों में से कोई भी यह एग्जाम पास नहीं कर सका। गुजरात हाई कोर्ट ने सोमवार को जजों की भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा के परिणाम का ऐलान किया और परिणाम 'शून्य' बताया।
गुजरात हाई कोर्ट के पोर्टल पर लगी इस लिस्ट के अनुसार फेल होने वाले इन 119 जजों में से 51 जज गुजरात में किसी न किसी कोर्ट में जज हैं। जून 2019 की स्थिति के अनुसार ये इन अदालतों में या तो प्रिंसिपल जज या चीफ जुडिशल मैजिस्ट्रेट के पद पर तैनात थे।
35 प्रतिशत सीटों पर हुई थी परीक्षा
नियमानुसार हाई कोर्ट ने जिला जजों की खाली पड़ी 65 प्रतिशत सीटें पर सीनियर सिविल जजों का प्रमोशन कर दिया था। बाकी के बचे पदों में से 25 प्रतिशत पर वकीलों का और शेष 10 प्रतिशत पर अडिशनल डिस्ट्रिक्ट जजों का चयन होना था।
26 पर वकीलों में से चयन होना था
इस तरह कुल 40 खाली पदों में 26 को प्रैक्टिस कर रहे वकीलों से भरा जाना था। डिस्ट्रिक्ट जज के 14 पद थे जिनके लिए 119 न्यायिक अधिकारी मैदान में थे। मार्च में आवेदन आमंत्रित किए गए थे और जून में 1,372 अधिवक्ताओं ने एलिमिनेशन टेस्ट में हिस्सा लिया था। एक ऑनलाइन परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक हासिल करने के बाद उच्च न्यायालय ने 494 आवेदकों को लिखित परीक्षा में बैठने के लिए मंजूरी दे दी थी।
अगस्त में हुई थी परीक्षा
परीक्षा 4 अगस्त को आयोजित की गई थी और न्यायिक अधिकारियों के लिए उपलब्ध 10 प्रतिशत कोटा में प्रमोशन के लिए फीडर कैडर से 119 जजों ने हिस्सा लिया था। उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल एचडी सुथार ने कहा कि 494 वकील में से एक भी उम्मीदवार लिखित परीक्षा में न्यूनतम अंक नहीं ला सका।