जहां पूरे देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही थी, वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के रीवा में बापू के अपमान की साजिश की जा रही थी. शरारती तत्वों ने महात्मा गांधीजी की प्रतिमा पर 'राष्ट्र द्रोही' लिखकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया. मामला शांत भी नहीं हुआ था कि बापू भवन से कलश चोरी होने का सनसनीखेज मामला भी उजागर हो गया.
कांग्रेस पार्टी ने पुलिस से शिकायत दर्ज करते हुए इस शरारत को गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचारधारा से जोड़ दिया है. वहीं पुलिस ने अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश कर रही है.
कांग्रेसियों ने जताया विरोध
ऐतिहासिक लक्ष्मण बाग में स्थित बापू भवन में शरारती तत्वों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर महात्मा गांधी देशद्रोही और अपशब्द लिखकर लोगों की भावनाओं को आहत कर दिया. इसके बाद कांगेस कार्यकर्ता भड़क उठे और इस कृत्य का जमकर विरोध जताया.
अपशब्द लिख दिए गए
दरअसल, शताब्दी समारोह साल 1970 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भस्मी का कलश रीवा लाया गया था और इसे दर्शन के लिए ऐतिहासिक लक्ष्मण बाग में रखा गया. बाद में इस जगह पर बापू भवन का निर्माण किया गया. लक्ष्मण बाग में हर रोज सैकड़ों लोगों का आना-जाना बना रहता है. साधू संतो के साथ ही भक्त आते जाते हैं. बावजूद शरारती तत्वों ने कब बापू के कटआउट पर अपशब्द लिख दिए किसी को खबर नहीं लगी.
मामला उजागर होते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया. कांग्रेस के शहर अध्यक्ष ने इस शरारती तत्वों को गोडसे की विचारधारा से जोड़कर भाजपा पर निशाना साधा.
अज्ञात शरारती तत्वों पर मामला दर्ज
महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर लिखे गए अपशब्दों की शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई और अज्ञात शरारती तत्वों पर मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही पूरे मसले की गंभीरता जांच कर रही है. पुलिस भी यह समझ नहीं पा रही कि आखिर भस्मी का कलश कहां गया और कब गायब हुआ.