विश्वविद्यालयों में किसी भी विचारधारा को बढ़ावा न दें –
- मंत्री श्री पटवारी
भोपाल : शुक्रवार, जून 14, 2019,
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा है किविश्वविद्यालयों में किसी भी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिये प्रोत्साहित न करें। शिक्षा का पहला उद्देश्य बच्चों को एक परिपक्व इंसान बनाना है, जिससे वे कल्पनाशील और वैचारिक रूप से स्वतंत्र हों। श्री पटवारी आज प्रदेश के शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं रजिस्ट्रार्स से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे।
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि विश्वविद्यालयों में आर्थिक अनियमितता न हो, इसलिये विश्वविद्यालयों का ऑडिट होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल्द ही नॉलेज कमीशन का गठन किया जायेगा। कमीशन के माध्यम से विद्यार्थियों के लिये कम्प्यूटर, व्यक्तित्व विकास, अंग्रेजी भाषा आदि की विशेष तैयारी एवं प्रशिक्षणों की व्यवस्था की जायेगी, ताकि वे उद्योग-व्यापार जगत की माँग के अनुसार स्वयं को तैयार कर सकें। श्री पटवारी ने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रोफेसर्स एवं कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जायेगा। साथ ही, बारहवीं कक्षा में 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों को भी उच्च शिक्षा विभाग सम्मानित करेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि अनुसूचित-जाति एवं अनुसूचित-जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों की तरह ही पिछड़ा वर्ग और सवर्ण विद्यार्थियों को भी दो हजार रुपये मूल्य तक की पुस्तकें और स्टेशनरी नि:शुल्क वितरित की जायेंगी। श्री पटवारी ने महाविद्यालयों के खेल मैदानों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के निर्देश दिये। उन्होंने खेल गतिविधियों के लिये आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाने और सीएसआर मद के अंतर्गत राशि एकत्रित किये जाने के प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि हर विश्वविद्यालय में महात्मा गाँधी पीठ की स्थापना होगी। श्री पटवारी ने विश्वविद्यालय स्तर पर समय-समय पर युवा संवाद के आयोजन के निर्देश दिये।
बैठक में विश्वविद्यालय में नेक ग्रेडिंग की तैयारी, ई-प्रवेश प्रक्रिया से सभी संबद्ध शासकीय-अशासकीय महाविद्यालयों के सत्यापन,विद्यार्थियों की समस्याओं एवं लोकपाल स्तर पर निराकृत एवं लंबित प्रकरणों पर चर्चा की गई।