इंदौर में चली सर्द हवा… मध्य प्रदेश में अगले कुछ दिनों में पड़ सकती है कड़ाके की ठंड

0
2

भोपाल। उत्तर भारत की तरफ से लगातार सर्द हवाएं आ रही हैं, जिस वजह से मध्य प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ रही है। इसी क्रम में गुरुवार को मैदानी क्षेत्र में सबसे कम 6.5 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 7.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा।

गुरुवार को हवा की गति तेज होने के कारण सर्दी का अहसास हुआ। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम (12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 260 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है।

बर्फबारी का दौर शुरू हो सकता है

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में भी गहरा अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। अफगानिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से आज से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो सकती है।

सर्द हवाओं से अच्छी पड़ रही ठंड

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ रही है। अभी एक-दो दिन तापमान में कुछ और भी गिरावट होने की संभावना है।

दिन के तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई

इंदौर में बुधवार के मुकाबले गुरुवार को दिन के तापमान में 1.7 डिग्री की गिरावट देखने को मिली। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम 25.9 डिग्री दर्ज किया गया। इस सीजन में यह पहला मौका है जब अधिकतम तापमान 26 डिग्री से कम रहा है।

गुरुवार को न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री रहा, जो सामान्य था। दिन में उत्तरी हवा 14 से 16 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। गुरुवार को हवा की तेज गति के कारण दोपहर में भी शहरवासियों को ठंडक का अहसास हुआ। शुक्रवार को दिन व रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।

मालवा-निमाड़ अंचल में भी सुबह-शाम ठंड का असर

मालवा-निमाड़ के जिलों में सुबह-शाम ठंड का असर बना हुआ है। दिन में धूप हल्की राहत दे रही है। सुबह कोहरे का असर बना रहता है। दिन के तापमान में गिरावट आई है। एक सप्ताह से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। ठंडी हवा की गति बढ़ गई है। शाम सात बजे के बाद से ही हवा चलने लगती है।