मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में आज धूप खिली है। सीधी-सिंगरौली में तेज बारिश के आसार हैं। इंदौर, उज्जैन में हल्की बारिश होगी।
वहीं, 30-31 अगस्त से स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन रहा है। ये प्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के 28 जिलों में भारी बारिश कराएगा। पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल और उज्जैन संभाग में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक प्रकाश दावले ने बताया, ‘लो प्रेशर एरिया सिस्टम आगे बढ़ गया है। मानसून ट्रफ सागर से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर पहुंच रहा है। इससे दो दिन भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। 29 अगस्त तक प्रदेश में कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है।’
एमपी में 90% से ज्यादा पानी गिरा, मंडला-सिवनी में खूब बरसा
प्रदेश में अब तक सीजन की 90% से ज्यादा बारिश हो चुकी है। औसत 29.2 इंच के मुकाबले अब तक 33.6 इंच पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 46.3 इंच और सिवनी में 45.1 इंच बारिश हो गई है।
वहीं, भोपाल में सामान्य से 108 प्रतिशत यानी 40.5 इंच पानी गिर गया है। अच्छी बारिश के मामले में टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, सीधी, श्योपुर, भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम, सागर और डिंडौरी शामिल हैं। इन जिलों में बारिश का आंकड़ा 39 इंच से ज्यादा है।
बांधों में पानी बढ़ा
प्रदेश के लगभग सभी डैम 90 प्रतिशत या इससे अधिक भर चुके हैं। भोपाल के तीनों डैम- कलियासोत, केरवा और भदभदा के गेट खुल चुके हैं, जबकि भोपाल के पास कोलार डैम के 8 में से 4 गेट खोले जा चुके हैं। वर्तमान में यह सिर्फ 3 फीट ही खाली है। बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, तवा, कुंडालिया समेत अन्य डैम के गेट भी खुल चुके हैं।