रायपुर। बलौदाबाजार जिले के तहसील लवन क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मरदा में लापरवाही के चलते 14 पशुओं की मृत्यु होने पर चार व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें 10 बछड़े और 4 गायें शामिल हैं। इस मामले की पुष्टि कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर बनी जांच दल ने की है।
जांच दल को 2 अगस्त को सुबह सूचना मिली कि थाना लवन क्षेत्र के ग्राम मरदा में एक बाड़ा मकान में कुछ मवेशी मृत पाए गए हैं, जिससे तेज दुर्गंध आ रही है। सूचना मिलने पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम घटनास्थल पर पहुंची। वहां, एक कमरे में मवेशियों के शव पाए गए, जिनमें से तेज दुर्गंध आ रही थी और मवेशियों के दो-तीन दिन पहले मृत होने की संभावना जताई गई।
घटना की जांच और कार्रवाई:
ग्रामवासियों से पूछताछ के दौरान पाया गया कि फसलों की सुरक्षा हेतु घुमंतू मवेशियों को पकड़कर रखने के लिए एक मकान को चिन्हित किया गया था। मकान में तीन कमरे थे, जिनमें से तीसरे कमरे में मृत मवेशियों के शव पाए गए। ग्रामीणों ने बताया कि बदबू आने पर कमरे का सिटकनी खोलने पर मृत मवेशियों की जानकारी मिली।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई:
इस प्रकरण में ग्राम मरदा में घुमंतू मवेशियों की देखरेख के लिए बनाई गई किसान समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों के विरुद्ध थाना लवन में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 (ज, झ) और छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण नियम 2014 की धारा 09 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। थाना लवन पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए चार आरोपियों को हिरासत में लिया है। आरोपियों के विरुद्ध विधिवत कार्रवाई कर उन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने की प्रक्रिया जारी है।
यह घटना प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई की एक मिसाल है, जिससे यह संदेश मिलता है कि पशु क्रूरता और लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि वे ऐसी घटनाओं की तुरंत सूचना दें ताकि समय पर उचित कार्रवाई की जा सके।