भोपाल । प्रदेश के वन व पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत से अज्ञात शख्स ने ऑनलाइन ठगी करने की कोशिश की। आरोपित ने उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय संगठन महामंत्री का सहायक बनकर कॉल किया और पांच लाख रुपये मांगे। शक होने पर मंत्री रावत ने पुलिस में शिकायत की। क्राइम ब्रांच पुलिस ने आपराधिक प्रकरण दर्ज कर छानबीन शुरू की। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह मप्र के ग्वालियर का रहने वाला है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एफआईआर में मंत्री रावत ने बताया कि 19 जुलाई को उनके पास अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आया था। कॉल करने वाले शख्स ने खुद को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डी. संतोष का निजी सचिव बताया और पांच लाख रुपयों की मांग की। कॉल करने वाले व्यक्ति ने रावत की किसी अन्य शख्स से भी बात कराई।
रावत को उनकी बात पर शक हुआ, क्योंकि राष्ट्रीय संगठन मंत्री का नाम डी. संतोष नहीं, बल्कि बीएल संतोष है।लिहाजा, उस वक्त उन्होंने उसे टाल दिया। इसके बाद उन्होंने अपने स्तर पर जानकारी जुटाई, तो पता चला कि राष्ट्रीय संगठन मंत्री की ओर से ऐसा कोई कॉल नहीं किया गया है। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत की।
उनकी शिकायत पर क्राइम ब्रांच ब्रांच ने एफआइआर दर्ज कर कर मामले की जांच शुरू की और मोबाइल नंबर की जांच के बाद उसकी लोकेशन ग्वालियर में मिली। भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम शुक्रवार को रात को ग्वालियर रवाना हुई और रात में ग्वालियर पुलिस के सहयोग से उसे हिरासत में लेकर भोपाल आ गई है।