जैस्मीन पाओलिनी विंबलडन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली इतालवी खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने विमेंस सिंगल्स के खेले गए पहले सेमीफाइनल में डोना वेकिच को 2-6, 6-4, 7-6 से हराया। यह मुकाबला दो घंटे 51 मिनट तक चला, जो विंबलडन में विमेंस सिंगल्स का सबसे देर तक चलने वाला मैच भी है।
अब फाइनल में उनका मुकाबला चेक गणराज्य की बारबोरा क्रेजिकोवा से होगा, जो पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं। ऐसे में विमेंस सिंगल्स में विंबलडन को नया चैंपियन भी मिलेगा। क्रेजिकोवा ने दूसरे सेमीफाइनल में 2022 की चैंपियन ऐलेना रयबाकिना को हराया।
जैस्मीन ने सेरेना विलियम्स की बराबरी
जैस्मीन ने विंबलडन फाइनल में पहुंचने के साथ ही सेरेना विलियम्स के एक रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है। वह विलियम्स के बाद एक ही सीजन में फ्रेंच ओपन और विंबलडन के फाइनल में जगह बनाने वाली महिला खिलाड़ी भी बन गई हैं। सेरेना ने 2015 और 2016 में फ्रेंच ओपन और विंबलडन के फाइनल में जगह बनाई थी।
पहला सेट हारने के बाद पाओलिनी ने की वापसी
पहला सेट गंवाने के बाद पाओलिनी ने दूसरे और तीसरे सेट को जीत कर मैच को जीत लिया। पहले सेट के पहले चार गेम में पाओलिनी और डोना वेकिच बराबर पर थीं। वेकिच ने कुछ अच्छे शॉट खेल कर पहला सेट जीत लिया। उसके बाद पाओलिनी ने वापसी की। दूसरे सेट में भी 4-4 की बराबरी के बाद उन्होंने इस सेट को 6-4 से लिया। वहीं तीसरे सेट में 3-1 और 4-3 के स्कोर पर से दो बार ब्रेक से पिछड़ने के बाद पाओलिनी लगातार वापसी करते हुए इस सेट को 7-6 से जीत लिया।
बारबोरा क्रेजिकोवा दूसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में
बारबोरा क्रेजिकोवा दूसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंची है। उन्होंने विंबलडन विमेंस सिंगल्स के खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में ऐलेना रयबाकिना को 3-6, 6-3, 6-4 से हराकर अपने करियर में पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया है।
पहला सेट 3-6 से गंवाने के बाद बारबोरा ने वापसी की और दूसरे और तीसरे सेट को 6-3 और 6-4 से जीत लिया। इससे पहले उन्होंने साल 2021 में फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया था।