दिल्ली जल संकट को लेकर मंत्री आतिशी का अनशन 5वें दिन खत्म हो गया है। आतिशी की सोमवार-मंगलवार (24-25 जून) की देर रात को तबीयत बिगड़ गई थी। AAP नेताओं ने उन्हें तड़के करीब 3 बजकर 38 मिनट पर LNJP अस्पताल में भर्ती कराया।
मंगलवार सुबह संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आतिशी का अनशन अब खत्म हो गया है। उनका बल्ड शुगर लेवल 36 पहुंच गया है। यह मंगलवार देर रात 43 रिकॉर्ड किया गया था।
LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि आतिशी ICU में हैं। वे फिलहाल ठीक हैं। मंगलवार रात को ही उन्हें भर्ती होने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी थी।
आतिशी दिल्ली जल संकट को लेकर 21 जून से जंगपुरा के भोगल में अनशन पर बैठी थीं। उनकी हरियाणा से 100 MGD पानी भेजे जाने की मांग है। हरियाणा से संधि के तहत 613 mgd पानी भेजना होता है।
आतिशी ने दावा किया था कि हरियाणा सरकार केवल 513 MGD पानी ही भेज रहा है। इससे कारण दिल्ली के 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है।
संजय सिंह बोले- LG ने हरियाणा CM से बात की, अब अनशन रोक रहे हैं
आज हम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली के हक का पानी दिलाने के लिए पत्र लिख रहे हैं। LG साहब ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात की है। जिसके बाद अब इस अनिश्चितकालीन अनशन को रोका जा रहा है। हम सभी विपक्षी दलों के साथ संसद में भी इसकी आवाज उठाएंगे।
दिल्ली को तीन गुना ज़्यादा आबादी हो जाने के बावजूद साल 1994 में हुए समझौते के तहत पानी दिया जा रहा था, लेकिन अब उसमें भी कटौती की जा रही है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने 12 हजार किलोमीटर पानी की नई पाइपलाइन बिछाई।
कैनाल को पक्का कराने के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च किए। दिल्ली के लोगों को पानी देने के लिए AAP की सरकार ने सभी प्रयास किए हैं। दिल्ली की जनता ने लोकसभा चुनाव में सातों सांसद BJP के जिताए और BJP की सरकार ने दिल्लीवालों के हक का पानी ही रोक दिया।
दिल्लीवालों को पानी दिलाने के लिए आतिशी ने तमाम प्रयास किए, लेकिन जब कोई हल नहीं निकला, तब उन्होंने यह
अनशन शुरू किया। कल रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उनका शुगर लेवल गिरकर 36 पहुंचा, जिसके बाद
उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। आतिशी अभी ICU में हैं।
आतिशी ने एडमिट होने से इनकार किया था
सोमवार (24 जून) को दिन में भी LNJP के डॉक्टरों की टीम ने बताया था कि आतिशी का वजन 4 दिनों में 2KG से ज्यादा
घट गया है। उनका कीटोन लेवल भी बढ़ गया है। डॉक्टरों की रिपोर्ट में कहा गया मरीज (आतिशी) को अस्पताल में भर्ती
होने और खाना खाने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।
AAP नेताओं ने कहा कि आतिशी का वजन लगातार कम हो रहा है। 21 जून को भूख हड़ताल पर बैठने से पहले उनका
वजन 65.8 KG था, जो भूख हड़ताल के चौथे दिन घटकर 63.6 KG रह गया है। यानी महज 4 दिनों में उनका वजन 2.2
किलोग्राम कम हुआ है।
AAP ने कहा कि भूख हड़ताल के पहले दिन की तुलना में चौथे दिन उनका ब्लड शुगर लेवल 28 यूनिट कम हुआ है। इसके साथ ही उनका ब्लड प्रेशर लेवल भी कम हुआ है। डॉक्टरों ने आतिशी के ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर और वजन में जिस गति से कमी आई है, उसे खतरनाक बताया था।
आतिशी बोलीं- मैं तब तक अनशन करूंगी, जब तक हरियाणा पानी नहीं छोड़ता
इस बीच आतिशी ने कहा था कि मेरा ब्लड प्रेशन और शुगर लेवल गिर रहा है। मेरा वजन भी कम हो गया है। कीटोन
लेवल बहुत अधिक है, जो लंबे समय में हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। चाहे मेरे शरीर को कितना भी कष्ट क्यों न हो, मैं तब तक अनशन जारी रखूंगी, जब तक हरियाणा पानी नहीं छोड़ता।
वहीं, 23 जून को AAP नेताओं ने दिल्ली LG वीके सक्सेना से मुलाकात की थी। LG ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वासन दिया है कि वह इस बात पर विचार करेंगे कि उनका राज्य शहर को अतिरिक्त पानी दे सकता है या नहीं।’
सोमवार (24 जून) को AAP ने PM मोदी को लेटर भेजा। इसमें PM को दिल्ली की जल समस्या से अवगत कराया और समस्या का समाधान कराने की मांग की है।
सुनीत केजरीवाल ने कहा था- उम्मीद है आतिशी की तपस्या सफल होगी
अनशन बैठने के बाद दिल्ली CM केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने कहा था कि हरियाणा सरकार से अपील करने के लिए दिल्ली की मंत्री आतिशी अनिश्चितकालीन समय के लिए सत्याग्रह करने जा रही हैं। वह कुछ भी नहीं खाएंगी, केवल पानी पिएंगी। वह दिल्ली के प्यासे लोगों के लिए ऐसा कर रही हैं।
CM अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के लोगों की पीड़ा को टीवी पर देखकर उन्हें बहुत दुख होता है। उन्हें उम्मीद है कि आतिशी की तपस्या सफल होगी और लोगों को कुछ राहत मिलेगी। सुनीता बोलीं- केजरीवाल जी का कहना है कि प्यासे को पानी पिलाना तो हमारे कल्चर में है।
उन्होंने आगे कहा था कि दिल्ली को पानी पड़ोसी राज्यों से मिलता है। इस हीटवेव में हमने चाहा था कि पड़ोसी राज्य हमें सपोर्ट करेंगे, लेकिन हरियाणा ने ऐसा नहीं किया। हालांकि, दोनों राज्यों में अलग-अलग पार्टियों की सरकार है, लेकिन क्या यह समय राजनीति करने का है।
सुप्रीम कोर्ट AAP सरकार को फटकार लगाई थी
सुप्रीम कोर्ट में 12 जून को दिल्ली जल संकट को लेकर सुनवाई की थी। कोर्ट ने दिल्ली की AAP सरकार को पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को न रोकने को लेकर फटकार लगाई थी। दिल्ली सरकार से कहा कि जल संकट गहराता जा रहा है, आपने अब तक टैंकर माफिया को लेकर क्या एक्शन लिया है। अगर आप एक्शन नहीं ले सकते तो हम दिल्ली पुलिस से कहेंगे कि वो कार्रवाई करे।
13 जून को हुई सुनवाई में हिमाचल ने दिल्ली को पानी देने से कोर्ट में इनकार किया था। 12 जून को राज्य ने इसके लिए हामी भरी थी। हिमाचल प्रदेश ने कोर्ट को बताया कि हमारे पास दिल्ली को देने के लिए 136 क्यूसेक पानी नहीं है। 12 जून को हिमाचल ने कहा था कि हमारी तरफ से पानी छोड़ा गया है।
दिल्ली में जल संकट क्यों हुआ?
दिल्ली में जल संकट के दो कारण हैं- गर्मी और पड़ोसी राज्यों पर निर्भरता। दिल्ली के पास अपना कोई जल स्रोत नहीं है। पानी के लिए यह पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है। दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, इस साल दिल्ली 32.1 करोड़ गैलन प्रतिदिन पानी की कमी से जूझ रही है।
दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, राज्य को रोजाना 129 करोड़ गैलन पानी की जरूरत है। हालांकि, गर्मियों में केवल 96.9 करोड़ गैलन प्रतिदिन मांग ही पूरी हो पा रही है। यानी दिल्ली की 2.30 करोड़ आबादी को हर दिन 129 करोड़ गैलन पानी चाहिए, लेकिन उसे सिर्फ 96.9 करोड़ गैलन पानी ही मिल रहा है।
दिल्ली को पानी UP-पंजाब से भी मिलता है
दिल्ली में पानी की जरूरत हरियाणा सरकार यमुना नदी से, उत्तर प्रदेश सरकार गंगा नदी से और पंजाब सरकार भाखरा नांगल बांध के पानी से पूरी करती है। 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली को हर दिन यमुना से 38.9 करोड़ गैलन, गंगा नदी से 25.3 करोड़ गैलन और भाखरा-नांगल (रावी-व्यास नदी) से 22.1 करोड़ गैलन पानी मिलता था।
इसके अलावा कुएं, ट्यूबवेल और ग्राउंड वाटर से 9 करोड़ गैलन पानी आता था। यानी दिल्ली को हर दिन 95.3 करोड़ गैलन पानी मिलता था। 2024 के लिए यह आंकड़ा बढ़कर 96.9 करोड़ गैलन हो गया।
जेल जाने से पहले केजरीवाल ने भी अपील की थी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरेंडर करने से पहले पानी की कमी से जूझ रही दिल्ली की जनता के लिए भाजपा से अपील की थी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि BJP हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अपनी सरकारों से दिल्ली को एक महीने के लिए पानी देने के लिए कहे।