आज सुनील छेत्री खेलेंगे अपने इंटरनेशनल करियर का आखिरी मुकाबला

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आज 6 जून को कोलकाता में कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफाइंग मैच में जब स्टार सुनील छेत्री भारत का नेतृत्व करेंगे, तो फैंस के इमोशंस चरम पर होंगे। छेत्री आज देश के लिए अपना आखिरी मैच खेलेंगे। भारत फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स के राउंड 3 के मुकाबले में कुवैत के खिलाफ खेलेगा।

19 साल तक नेशनल फुटबॉल में अपना दबदबा बनाए रखने के बाद, छेत्री अपनी टीम को विदाई के रूप में अगले दौर में पहुंचाना चाहेंगे। 39 साल के छेत्री इस मैच के बाद संन्यास ले लेंगे और वे चाहेंगे कि टीम पहली बार वर्ल्ड कप क्वालिफायर के टॉप-18 स्टेज में प्रवेश करे। चार-चार टीमों के नौ ग्रुप में से टॉप दो टीमें तीसरे राउंड में पहुंचेंगी।

छेत्री दुनिया के तीसरे टॉप एक्टिव गोल स्कोरर
भारतीय टीम के लिए छेत्री के नाम 94 गोल हैं। वो क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी के बाद सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल करने वाले एक्टिव खिलाड़ी हैं।

अपने पहले होम ग्राउंड में आखिरी मैच खेलेंगे छेत्री
पिछले 19 सालों से सुनील छेत्री ने वर्ल्ड फुटबॉल के ‘स्लीपिंग जायंट्स ‘ कहे जाने वाले देश की फुटबॉल की उम्मीदों को आगे बढ़ाया है। 150 मैचों में 94 गोल और एक दर्जन ट्रॉफियों के साथ, भारतीय कप्तान भारतीय फुटबॉल के G.O.A.T यानी ग्रेटेस्ट ऑफ ऑलटाइम रहे हैं।

साल 2002 में मोहन बागान के साथ छेत्री ने प्रोफेशनल फुटबॉल करियर की शुरुआत की थी। कोलकाता का सॉल्ट लेक स्टेडियम मोहन बागान का होमग्राउंड है। अब इसी मैदान पर आज छेत्री देश के लिए अपना आखिरी गेम खेलेंगे।

छेत्री को खेल रत्न, पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार मिला

सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त, 1984 को सिकंदराबाद में हुआ था। उनके पिता केबी छेत्री आर्मी मैन थे, जबकि मां सुशीला नेपाल की नेशनल फुटबॉल टीम के लिए खेल चुकी हैं।

छेत्री को साल 2021 में खेल रत्न अवॉर्ड से नवाजा गया। इससे पहले उन्हें 2019 में पद्म श्री और 2011 में अर्जुन पुरस्कार मिला था। इसके अलावा छेत्री ने अपने शानदार करियर में छह बार AIFF प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार जीता।

सुनील छेत्री ने भारत के लिए साल 2005 में सीनियर टीम में डेब्यू किया था। बाईचुंग भूटिया के बाद उन्होंने टीम की कमान संभाली। उन्होंने भारत के लिए 150 मैचों में 94 गोल किए हैं।

छेत्री की कुवैत के खिलाफ मैच से सुनहरी यादें

छेत्री के पास कुवैत के खिलाफ अच्छी यादें हैं। पिछले साल उन्होंने भारत की कप्तानी करते हुए बेंगलुरु में 2023 SAFF चैंपियनशिप में के फाइनल में कुवैत को पेनाल्टी में 5-4 से हराया था।

आज भारत के लिए जीत जरूरी
ग्रुप ए में कतर (12 पॉइंट्स) के बाद दूसरे स्थान पर काबिज भारत चार मैचों में चार अंक लेकर गोल डिफरेंस के मामले में अफगानिस्तान और कुवैत से आगे है, जिसके तीन अंक हैं। जीत से भारत अफगानिस्तान से मजबूती से आगे हो जाएगा, जिसका सामना कतर से 6 जून को होगा।

अफगानिस्तान भारत के खिलाफ सात गोल से पीछे है और कुवैत के खिलाफ जीत से समीकरण लगभग उसके हाथ से निकल जाएगा। भारत का सामना कतर से होगा, जबकि अफगानिस्तान का सामना 4 जून को अंतिम दौर के मुकाबलों में कुवैत से होगा।

FIFA वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफायर का सफर

वर्ल्ड कप 2026 में भारत फिलहाल नहीं है, लेकिन टीम इंडिया के पास इसमें क्वालिफाई करने का मौका है। बेहतर रैंकिंग के कारण भारत को 2026 फीफा वर्ल्ड कप में एशिया क्वालिफायर के लिए राउंड-1 में हिस्सा नहीं लेना पड़ा। टीम सीधे राउंड-2 में खेली। क्वालिफिकेशन के लिए कुल 5 राउंड होंगे।

भारत के लिए सबसे मुश्किल वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई करना होगा। यहां टीम का मुकाबला एशिया की टॉप टीमों से होगा। इनमें जापान और कोरिया भी शामिल हैं। ऐसे में टीम इंडिया के लिए आने वाले सालों में अपना बेस्ट देना और भी जरूरी हो जाता है।