मोहला। कलेक्टर एस जयवर्धन ने गुरुवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कृषि एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों से आगामी खरीफ फसल के लिए विभागीय कार्ययोजना एवं तैयारी की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी कृषि आधारित जिला है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसानों के लिए कृषि ही एक मात्र आय का मुख्य स्त्रोत है। उन्होंने कहा कि किसानों को उन्नत तकनीकी कृषि के लिए वृहद पैमाने पर कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उन्नत तकनीकी कृषि के जरिए कृषकों के आमदनी में बढ़ोतरी किया जा सकता है। कृषि विभाग के मैदानी अमला के अधिकारियों को किसानों से भेंट कर उन्नत तकनीकी कृषि की जानकारी देने और समय-समय पर फसल चक्र परिवर्तन करने के अलावा धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसलें लेने के लिए प्रोत्साहित करने कहा है।
वर्तमान समय में मिलेट फसलों की मांग को देखते हुए इन फसलों को लेने के लिए किसानों को प्रेरित करते हुए उच्चतम गुणवत्ता के मिलेट फसलों की बीज उपलब्ध कराने कहा गया है। कलेक्टर ने बैठक में अगामी खरीफ फसल को ध्यान में रखते हुए खाद बीज की उपलब्धता, भंडारण और किसानों द्वारा किये जा रहे, उठाव की जानकारी ली। कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि किसनों की मांग अनुसार खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि खाद-बीज को लेकर कहीं भी कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। जिले के कोई भी किसान अपनी मांग अनुसार खाद-बीज लेने से वंचित न हो, इस बात पर विशेष ध्यान रखने कहा गया है। बैठक में कलेक्टर ने विभागीय कार्य योजना और किसानों के लिए उठाये जा रहे कदम पर समीक्षा करते हुए कहा कि कम समय और कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाले फसलों को बढ़ावा दिया जाए। मैदानी अमला के अधिकारी किसानों के संपर्क में रहे और मौसम के अनुसार कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सलाह देवें।
कलेक्टर ने बैठक में सिंचाई विभाग के अंतर्गत जिले में सिंचाई के लिए बनाए गये कार्य योजना और जलाशय में जल भराव की क्षमता की जानकारी ली। उन्होंने बैठक में कहा कि जिले के अंतर्गत जल संवर्धन व जल संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठायें। सभी जलाशय में क्षमता अनुसार जल संग्रहण करते हुए किसानों की मांग पर आपूर्ति करने कहा है। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि पेयजल और निस्तारी जल सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल हो। पेयजल एवं निस्तारी जल के उपरांत कृषि सिंचाई के लिए आपूर्ति किया जाए। जिले के सभी जलाशय में बरसात के दिनों में जल संग्रहण के लिए एक सुनिश्चित प्लान बनाकर जल संग्रहण करने कहा गया है। जलाशयों से होकर निकलने वाले नहर नाली की संधारण एवं मरम्मत के कार्य को भी प्राथमिकता में शामिल करते हुए कार्य करने कहा गया है। जलाशयों के जल संग्रहण के लिए विभागीय अमले को विशेष कार्य योजना बनाते हुए बड़े पैमाने पर जल संग्रहण के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। जल संग्रहण और जल संवर्धन के लिए किसानों को भी शामिल करते हुए इस दिशा में कार्य करने कहा गया है। बैठक में कृषि अधिकारी जे एल मंडावी, जल संसाधन कार्यपालन अभियंता आफताब आलम सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।