चुनावी जनसभा में घटिया और अज्ञानता से भरी बात करने से नहीं चूके हिमंत बिस्वा सरमा।
भोपाल
इंदिरा खरे
12/11/2023
हुजूर के नीलबड़ में कल हुई असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा की जनसभा, जहाँ जमकर गूंजे जय श्रीराम के नारे मगर
“कांग्रेस पार्टी को वोट देने से बाबर और औरंगजेब को विटामिन मिलेगा” जैसी घटिया और अज्ञानता से भरी बात करने से नहीं चूके हिमंत बिस्वा सरमा।
हुजूर में रामेश्वर शर्मा का चुनावी कैंपेन दिन प्रतिदिन जोर पकड़ाता जा रहा है। इसी क्रम में शनिवार का दिन रामेश्वर शर्मा के लिए खास दिन रहा। हुजूर में भाजपा के स्टार प्रचारकों ने दौरा कर जनता से रामेश्वर शर्मा के सर्मथन में मतदान करने की अपील की ।इसी क्रम में हुजूर के नीलबड़ में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने भी रामेश्वर शर्मा के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित किया।
हेमंत बिस्व सरमा की जनसभा में हजारों लोगों की उपस्थिति रही।
मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा नें सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि – “कांग्रेस को वोट देना मतलब बाबर और औरंगजेब को विटामिन देना है” । उन्होंने अपने अल्प ज्ञान से ऐसा कहा। आगे कहा कि,”क्योंकि कांग्रेसी उसी मानसिकता के साथ चलते हैं जो बाबर और औरंगजेब की थी”।
सरमा ने बिना सोचे समझे चुनावी मंच का दुरूपयोग करते हुए कहा “ये सनातन का अंत करने की धारणा रखते हैं”। हम सब ने देखा कि कर्नाटक में कांग्रेस के आते ही चीजें कैसे बदल गईं। तुष्टिकरण के चक्कर में कांग्रेस ने कर्नाटक में लव-जिहाद विरोधी कानून खत्म कर दिया।
आगे शर्मिंदगी भरी बात कहने से भी नहीं चूके कि “कांग्रेस को प्रभु श्री राम से एलर्जी है।”
नीचता तो इतनी हो गयी कि तथाकथित हनुमान भक्त तक कह दिया। क्योंकि उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव से पहले उनके नेता और “तथाकथित हनुमान भक्त श्री राम जन्मभूमि को छोड़कर हर मंदिर का दौरा करते हैं पर वे राम लला के दर्शन कब करेंगे। ”
हुजूर की जनता को संबोधित करते हुए श्री सरमा ने कहा कि मध्यप्रदेश से शिवराज सरकार के कारण बीमारू राज्य का तमगा हट पाया है। आज रामेश्वर शर्मा के नेतृत्व में हुज़ूर में भी विकास की गंगा बह रही है।
रामेश्वर शर्मा दिनरात सक्रिय रहने वाले कर्मशील व्यक्ति हैं। ये हुजूर के नेता नहीं बेटा हैं। इसलिए अपने बेटे को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा दो।
कुल मिलाकर जनसभा में विकास की बात नहीं की गयी बल्कि धर्म की ठेकेदारी ज़रूर दिखी । जनसभा चुनावी न लगकर धर्म प्रदर्शन में उपयोगी एक ग्रुप “न्यू एंड मॉडर्न हिन्दू ग्रुप फॉर पॉलिटिकल पर्पसेस ” जैसी किसी संस्था का प्रचार जरूर लगा।