रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के तेजतर्रा और कद्दावर नेताओं में से एक बीजेपी के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर (Ajay Chandrakar) को जान से मारने की धमकी (Threats to Kill) मिली है. मंगलवार देर रात किसी अज्ञात शख्स ने फोन कॉल पर उन्हें धमकी दी. अजय चंद्राकर को मिली इस धमकी को शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान विधानसभा (Assembly) में दिए एक बयान से जोड़कर देखा जा रहा है. मालूम हो कि शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन अजय चंद्राकर ने सदन में जमकर विपक्ष पर हमला किया था. उन्होंने सदन में कहा था कि कांग्रेस (Congress) विकलांग मानसिकता वाला है. इस बयान के बाद अब अजय चंद्राकर को धमकी मिली है. वहीं बुधवार को विधानसभा के तीसरे दिन विपक्ष ने इस मसले को सदन में उठाया जिस पर जमकर हंगामा हुआ.
फोन पर दी धमकी
मंत्री अजय चंद्राकर अपने बेबाक तेवर के लिए जाने जाते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात अजय चंद्राकर को एक कॉल आया. उसमें एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें जान से मारने की धमकी थी. साथ ही उनके लिए फोन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. कहा जा रहा है कि अजय चंद्राकर द्वारा बार-बार जनता से जुड़े मुद्दे और विपक्ष पर उनके हमलावर रवैये के कारण उन्हें ये धमकी मिली है.
विधानसभा में हंगामा
बुधवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने अजय चंद्राकर को मिली धमकी का मुद्दा सदन में उठाया. इस मसले पर सदन में काफी हंगामा भी हुआ. वहीं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत (Dr. Charandas Mahant) ने संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे (Ravindra Chaubey) को इस मामले के जांच के निर्देश भी दे दिए हैं.
तो वहीं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सदन में जानकारी दी है कि दुर्ग निवासी जसपाल सिंह रंधावा नामक व्यक्ति ने अजय चंद्राकर को धमकी दी थी. फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज आरोपी को न्यायालय में पेश कर दिया है.
आरोपी गिरफ्तार, बढ़ेगी सुरक्षा
पूर्व मंत्री और कुरुद विधायक अजय चन्द्राकर को जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. किस मकसद से आरोपी ने धमकी दी ये फिलहाल सामने नहीं आ पाया है. तो वहीं इस मसले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने भी बड़ा बयान दे दिया है. सीएम बघेल ने कहा कि शिकायत के बाद अजय चन्द्राकर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही आरोपी को भी पकड़ लिया गया है. मालूम हो कि जान से मारने की धमकी मिलने के बाद अजय चंद्राकर ने विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और डीजीपी से इस मामले की शिकायत की थी.