मुस्लिम समाज में 21 जोड़ों की हुई इज्तेमाई शादी 

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इन्दौर । सभी तरफ माहौल में खुशियां बिखरी हुई थी और ऐसा लग रहा था पूरा मोहल्ला खुशियों में शरीक हो। ये ख़ुशगवार नज़ारा बम्बई बाजार उदापुरा में मुस्लिम समाज की इज्तेमाई शादी का था। हुसैनी सुनहरी ख़िदमत कमेटी के बैनर तले 21 जोड़ों ने जैसे ही क़ुबूल है… क़ुबूल है… क़ुबूल है कहा, सभी के चेहरे खुशी से चमक उठे। एक दूसरे को मुबारकबाद दी और सभी जोड़ों की सलामती की दुआ भी हुई। कमेटी के सदर सूफी मुश्ताक़ बाबा वारसी ने बताया 21 जोड़ों के निकाह मौलाना अब्दुल जब्बार अशरफी, हाफ़िज़ इसरार साहब, हाफ़िज़ अनवार साहब ने पढ़ाये। इस जश्ने शादी में खास तौर पर पार्षद पति अयाज़ बेग भी मौजूद थे और निगम की तरफ से विशेष सफाई व अन्य व्यवस्था में सहयोग दिया। गौरतलब रहे इस इज्तेमाई शादी की शुरुआत ईद मिलादुन्नबी के लंगर के आयोजन से हुई। हर साल ईद मिलादुन्नबी पर लंगर होता था , लिहाज़ा तय किया गया कि लंगर को इज्तेमाई शादी से जोड़ दिया जाए। गुज़िश्ता 8 सालों से ये सिलसिला जारी है और जश्ने  ईद मिलादुन्नबी के तहत अब इज्तेमाई शादी भी हो रही है और लज़ीज़ दावत भी। शरीयत के दायरे में सादगी से
 21 जोड़ों की शादी हुई। दूल्हे सफेद रंग के कुर्ता पजामा और हरे रंग के साफे में थे। सभी बारात भी सादगी से आईं, न बैंड बाजा, न आतिशबाज़ी, कोई शोर नहीं था। हुसैनी सुनहरी कौमी खिदमत कमेटी के संयोजक सूफी मुश्ताक़ बाबा वारसी और अनवर बड़े भाई ने बताया कि कमेटी की जानिब से फिजूलखर्जी रोकने के पैगाम के साथ इज्तेमाई शादी हुई। इस मौके पर पार्षद पति अयाज़ बेग, हाजी नन्नू टापिया, फ़ारूक़ राईन, नौशाद अहमद,हाजी नस्सू भाई, मुन्ना भाई ठेकेदार,अनवर बड़े भाई, अब्दुल गफूर भाई,हाजी वहाब रहमानी, हाजी इमदाद रहमानी, हाजी फ़ारूक़ भाई गुलशन होटल वाले, नासिर मोहम्मद उस्ताद, युसुफ मामा, इस्माईल रहमानी,गुड्डू भाई,शकील अता सहित अनेक गणमान्य समाजजन विशेष रूप से उपस्थित थे।इस इज्तेमाई शादी में मुस्लिम समाज की सभी बिरादरियां शामिल हुईं। इज्तेमाई शादी में महाराष्ट्र, गुजरात, खरगोन,मंदसौर,उज्जैन,देवास,बेटमा, महू, बड़नगर,रतलाम के जोड़े शामिल हुए। सभी जोड़ों को क़ुरआन शरीफ,अलमारी,पलँग,गद्दे बिस्तर,ब्लेंकेट, 80 बर्तन का सेट, आर्टिफिशयल ज्वेलरी सहित गृहस्थी का मुकम्मल समान तोहफे में दिया गया।बारातियों और मेहमानों के लिए लज़ीज़ खाने की दावत का बेहतरीन इंतेज़ाम था। सभी ने इस नेक कोशिश की दिल खोल कर तारीफ की।