बिलासपुर । स्काउट गाइड्स, एनएसएस के स्वयंसेवक और विद्यार्थियों ने विभिन्न धर्मों के संत-गुरुओं की उपस्थिति में जब महात्मा गांधी का प्रिय भजन ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम..’ गाया तो प्रार्थना सभा भवन और परिसर गूंज उठा। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रदेश में कौमी एकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। साम्प्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और विविधता में एकता की राष्ट्रीय भावना को मजबूत करने के लिए जल संसाधन विभाग परिसर स्थित प्रार्थना सभा भवन में जिला प्रशासन और स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से आज सर्व धर्म प्रार्थना सभा हुई। इसमें वक्ताओं ने विभिन्न धर्मों में निहित सद्भावना के संदेश पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थित एनएसएस व स्काउट गाइड्स के छात्र व स्कूली बच्चे और उपस्थित शिक्षकों व अतिथियों ने सामूहिक रूप से सर्व-धर्म प्रार्थना की। इस दौरान उन्होंने ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सबको सन्मति दे भगवान, गुरुर ब्रह्मा, गुरुर विष्णु… और साम्प्रदायिक सद्भाव से ओत-प्रोत सामूहिक गीत गाये। कार्यक्रम में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे बच्चे अपनी-अपनी वेशभूषा में उपस्थित थे। उन्होंने अपने-अपने धर्मों के प्रार्थना की प्रस्तुति दी। इस अवसर विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि वक्ताओं ने राष्ट्रीय एकता में साम्प्रदायिक सद्भाव के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहायक कलेक्टर देवेश ध्रुव ने कहा कि सर्वधर्म सद्भाव हमारे जीवन का सार है। स्काउट गाइड संहिता में उल्लेखित है कि जाति, धर्म से न कोई बड़ा है न कोई छोटा। इसका हमें अपने जीवन में भी अनुसरण करना है। सिख समाज की ओर से उपस्थित रोटेरियन तविन्दर पाल सिंह अरोरा ने कहा कि गुरुनानक देव ने कहा था कि एक ओंकार से सभी प्राणियों की रचना हुई है। गुरुवाणी में बताया गया है कि हम सब बराबर हैं। गुरु ग्रंथ साहिब में 36 सूफी संतों की वाणी का समावेश है। जात-पात, लिंग-भेद से परे सभी का सम्मान करने का संदेश इस पवित्र ग्रंथ में दिया गया है। सिविल लाइन चर्च के पादरी राजेन्द्र निशि राज बर्डे ने बाइबिल के संदेश को उद्धृत किया। उन्होंने कहा कि विविधता भारत देश की सुंदरता है। बाइबिल यह सिखाता है कि हम जिस देश में रहते हैं उस देश की सुख समृद्धि की प्रार्थना करें। भारत में कई प्रकार के धर्मावलम्बी हैं, हम सब एक साथ मिलकर रहते हैं यह भारत की सुंदरता में चार चांद लगाता है। अधिवक्ता सलीम काजी ने संविधान में मिले समानता के अधिकार का उल्लेख किया और कहा कि सभी धर्म आपस में मिल जुलकर साथ रहने का संदेश देते हैं और यही रास्ता हमें तरक्की की ओर ले जाता है। वरिष्ठ पत्रकार नथमल शर्मा ने बच्चों से अपील की कि हम सब अपने समाज में कौमी एकता लाएं। डॉक्टर, इंजीनियर तो सब बन जाते हैं पर बेहतर इंसान बनना ज्यादा जरूरी है, जो आपसी सद्भाव से ही संभव है। कार्यक्रम के समापन में शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला के तीन छात्रों को जिला स्तर पर पुरस्कृत किया गया। इन छात्रों ने अटल टिकरिंग लैब के अंतर्गत कृषि यंत्र मॉडल का प्रदर्शन दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के समक्ष बाल दिवस के अवसर पर किया था। छात्रों में योगेश दास मानिकपुरी, मनीष यादव तथा निखिल प्रजापति शामिल थे। इसके अलावा प्राचार्य राघवेन्द्र गौराहा और व्याख्याता धनंजय पांडेय को सम्मानित किया गया, जिनके मार्गदर्शन में उनके विज्ञान मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी आर एन हीराधर, विभिन्न विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य, शिक्षक, एनएसएस, स्काउट गाइड के प्रशिक्षक व छात्र उपस्थित थे।
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