भिलाई । जिले में नवपदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने दुर्ग एसपी ऑफिस पहुंचकर नि:वर्तमान एसपी प्रखर पाण्डेय से पदभार ग्रहण किया। श्री यादव के कलेक्टोरेट परिसर में पहुंचते ही सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों ने उन्हें सलामी दी। 2004 बैच के पुलिस अधिकारी अजय यादव पिछले दो वर्ष से पुलिस मुख्यालय में इंजेलिजेंट्स सिक्यूरिटी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे और वह अबतक छत्तीसगढ के दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कांकेर, नारायणपुर के अलावा बिलासपुर और जांजगीर में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं और बस्तर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रहते हुए नक्सल ऑपरेशन की कमान भी संभाल चुके हैं, साथ ही कई बटालियनों में अपनी सेवाएं इन्होंने दी है। सेक्टर-6 स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए नवपदस्थ एसएसपी ने कहा कि मेरा अब तक का अनुभव ये कहता है कि मीडिया का सहयोग के बगैर कुछ भी संभव नही है। मीडिया जो भी प्रकाशित करें तो सत्य प्रकाशित करें,सच्चाई जरूर उजागर करे। हमेशा सच के नजदीक रहे, पुलिस का काम मीडिया से जुड़ा हुआ है। केस का सच भी हमारी पुलिस उजागर करेगी और जो विवेचक उसकी विवेचना कर रहा है, जब तक चालान पेश नही हो जाता तब तक वह विवेचक ही उस मामले की जांच करेगा, यदि विवेचक के विरूद्ध कोई शिकायत पाई जाती है तभी उसे उस विवेचना से हटाया जायेगा अन्यथा नही। पुलिस भी अब दुर्ग जिले में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य करेगी। दुर्ग पुलिस के सभी राजपत्रित अधिकारी, टीआई और पुलिस जवान ही मेरी टीम है। गुड टीम के साथ मुझे काम करना है। चूंकि ये जिला मुख्यमंत्री, गृहमंत्री का जिला है, उसके साथ ही प्रदेश के डीजीपी डीएम अवस्थी का भी स्पष्ट निर्देश है कि बेसिक पुलिसिंग से काम लें, और जो फेक्ट हो, वही कार्य करें। उन्होंने कहा कि बड़ा व्यक्ति कहीं न कहीं से एप्रोच लगाकर अपना सारा काम निकाल लेता है, लेकिन अब आमजन की सुनवाई तुरंत हो, और विधि सम्मत हो, ऐसा मेरा प्रयास होगा। पुराने पेडिंग मामलों की भी फाईल खेाली जायेगी और संपत्ति और चोरी के मामलों का भी अपनी टीम से पूरा काम लेकर उसे दूर करेंगे। एसडीओपी और सीएसपी अपने थाना क्षेत्र में सप्ताह में एक दिन थाना दिवस के रूप में मनायेंगे ताकि लोगों से वे सीधे जुड सकें और साथ ही पुलिस के व्यवहार और शिकायतों के संबंध की जानकारी भी सीधे तौर पर हो सकेगी। व्हीव्हीआईपी और व्हीआईपी की डयूटी को भी प्राथमिकता दिया जायेगा उसके साथ ही पुलिस अपना रूटीन का भी कार्य सही तरीके से करेगी। साप्ताहिक अवकाश पुलिसकर्मियों का अपना हक है, वह उन्हें मिलना चाहिए। मैँ उसके पक्ष में हूं, साथ ही थानेदार अपने स्तर पर स्टाफ को छुट्टी दें। पेंडिंग मामलों की मासिक तौर पर समीक्षा होगी, पेंडिंग मामलों को कम करना हमारी प्राथमिकता होंगी। आरक्षक और प्रधानआरक्षक सहित अन्य पुलिस कर्मियों के जो बच्चे पढाई और खेल में अच्छे अंक अर्जित करेंगे हम उन बच्चों को और प्रोत्साहित करेंगे। पुराने मामलों को फिर खेाला जायेगा।
एसएसपी श्री यादव का मानना है कि यदि हम पुलिस में भर्ती हो गये हैं, तो पुलिस का कार्य 24 घंटे पुलिसिंग ही है, चाहे मैं हूं या अन्य कोई भी पुलिस का कर्मचारी। मैं अपने कार्य में राजनीतिक प्रेशर को नही मानता हूं, जो वैधानिक कार्यवाही होगी वह हर हाल में की जायेगी। उन्होने कहा कि पुलिस कर्मी भी किसी से बदतमीजी या दुव्र्यवहार न करे और आमजनता भी पुलिस वालों के साथ दुव्र्यवहार न करें। थानों में भीड़भाड को मैं कतई बर्दाश्त नही करता। थाने में सिर्फ शिकायतकर्ता और आरोपी ही दिखना चाहिए, थानों में कोई बाहरी व्यक्ति या भीड़भाड नही दिखना चाहिए। अब दुर्ग पुलिस पोलाईट एवं दृढ़ होकर अपना कार्य करेगी। जनप्रतिनिधियों के पास जनता जाती हेै, उनका फोन करना लाजिमी है, ऐसे मामलों में थानेदार सीधे मुझसे भी आपबीती बता सकते है, या सीधे मुझे भी फोन कर सकते हैं, मुझे फोन उठाने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नही है। हमारे कार्य व पारदर्शिता में कही भी कोई कमी नही रहेगी। व्हाटसएप एवं मैसेज से भी हम एक दूसरे को अपराध नियंत्रण में मदद कर सकते है, खासतौर से जो नेशनल हाईवे पर फ्लाईओवर बन रहे है, यातायात को और सुगम बनाने के लिए पुलिस और बेहतर कार्य करेगी। इस अवसर पर दोनो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित झा शहर एवं लखन पटले ग्रामीण एवं डीएसपी प्रवीरचंद तिवारी भी उपस्थित थे।