रायपुर. धान की खरीदी (Paddy Purchase) 2500 रुपए, बोनस और सेंट्रल पूल में चावल लेने की मांग को लेकर कांग्रेस (Congress) किसानों के साथ एक बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में है. साथ ही कांग्रेस किसानों को लेकर दिल्ली (Delhi) में भी जाएगा जहां केंद्र सरकार के खिलाफ वे प्रदर्शन करने वाले हैं. कहा जा रहा है कि कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान सड़क मार्ग से ही दिल्ली की ओर कूच करेंगे. बता दें कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर महंगाई, आर्थिक मंदी, बेरोजगारी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (PM Narendra Modi) के खिलाफ 15 नवंबर से दिल्ली में राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि कई राज्यों से पार्टी के जनप्रतिनिधि,नेता और कार्यकर्ता इसमें शामिल हो सकते हैं.
केंद्र ने रखी थी ये शर्त
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने किसानों को धान का समर्थन मूल्य 25 सौ रुपए देने का वादा किया था, लेकिन केंद्र सरकार इसके लिए तैयार नहीं है. केंद्र ने शर्त रख दी है कि उसके द्वारा तय मूल्य से अधिक में धान की खरीदी की गई, तो बोनस की राशि नगीं दी जाएगी. इसके अलावा प्रदेश सरकार सेंट्रल पूल से चावल लेने का दबाव भी केंद्र सरकार पर बना रही है. बता दें कि धान खरीदी को लेकर सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने एक पत्र भी लिखा था और खुद इस मसले पर उनसे मिलने की इच्छा जताई थी, लेकिन फिलहाल पीएम मोदी से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है.
किसानों का कराएंगे हस्ताक्षर
धान खरीदी को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत गर्माने लगी है. 2500 रूपए समर्थन मूल्य में केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस का प्रदर्शन मंगलवार से शुरू होगा. कांकेर से ये प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. प्रदेश कांग्रेस कमिटी लगभग 38 लाख किसानों का हस्ताक्षर कराने की तैयारी में है. प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी, उस पर किसानों का हस्ताक्षर लिया जाएगा.
बता दें कि मंगलवार से प्रदेश भर में ब्लॉक और जिला स्तर पर ये आंदोलन शुरू होगा. वहीं इसके बाद 13 नवंबर को सड़क मार्ग से कांग्रेस के साथ किसान भी दिल्ली रवाना होंगे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा किसानों और व्यापारियों को भी दिल्ली ले जाने की तैयारी है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक भक्त चरणदास भी इस आंदलन में शामिल होंगे.