मर्केल के साथ द्विपक्षीय वार्ता में हुए 17 समझौते, आतंकवाद के खिलाफ होंगे एकजुट

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नई दिल्ली । जर्मनी और भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लडेंगे। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने शुक्रवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने यहां द्विपक्षीय वार्ता की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे का साथ देने की बात कही। भारत और जर्मनी के बीच इस दौरान कुल 17 समझौते हुए। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जर्मनी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं। साझा प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चांसलर मर्केल को जर्मनी और यूरोप ही नहीं, बल्कि विश्व की लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रमुख नेताओं में गिना जाता है। पिछले लगभग डेढ़ दशक से चांसलर के रूप में उन्होंने भारत-जर्मनी संबंधों को प्रगाढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इसके लिए मैं उनके प्रति आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि हर दो साल के अंतराल पर होने वाली तीन आईजीसी बैठकों में चांसलर मर्केल के साथ भाग लेने का मुझे सौभाग्य मिला है, इस अनूठी मैकेनिजम से हर क्षेत्र में हमारा सहयोग और भी गहरा हुआ है। आज जिन समझौतों, आदि पर हस्ताक्षर हुए हैं, वे इस बात का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि भारत और जर्मनी के बीच हर क्षेत्र में, खास तौर पर नई और एडवांस तकनीक में दूरगामी और स्टेजिक कोआपरेशन आगे बढ़ रहा है। सन् 2022 में स्वतंत्र भारत 75 वर्ष का होगा, तब तक हमने नए भारत के निर्माण का लक्ष्य रखा है। इस बहुआयामी प्रयास में भारत की प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के लिए जर्मनी जैसे टेक्नोलाजीकल और एकॉनोमिक्स पॉवर हाउस की क्षमताएं उपयोगी होंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने न्यू और एडवांसस्ड टेक्नालॉजी, आर्टिफीसिल इंटेलीजेंस स्किल्स, शिक्षा, साइबर सिक्युरिटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि व्यापार और निवेश में अपनी बढ़ती हुई भागीदारी को और गति देने के लिए हम प्राइवेट सेक्टर को प्रोत्साहित कर रहे हैं। चांसलर मर्केल और मैं दोनों देशों के कुछ प्रमुख बिजनेस और इंडस्ट्री लीडर से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के विश्वास और मित्रतापूर्ण संबंध, डेमोक्रेसी,रूल ऑफ लॉ जैसे साझा मूल्यों पर आधारित है। इसलिए, विश्व की गंभीर चुनौतियों के बारे में हमारे दृष्टिकोण में समानता है, इन विषयों पर हमारे बीच विस्तार से चर्चा शाम को जारी रहेगी। हम जर्मनी को आमंत्रित करते हैं कि रक्षा-उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर में अवसरों का लाभ उठाएं।
दूसरी ओर जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि भारत में आने पर उनका शानदार स्वागत हुआ है, दोनों देशों की दोस्ती अटूट है। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी क्लाइमेट चेंज के मुद्दे एक साथ हैं और इसको लेकर कदम उठाएंगे। उन्होंने इस दौरान भारत से जर्मनी आने वाले नागरिकों को वहां पढ़ाई करने का न्योता दिया।