नई दिल्ली । देश के अगले प्रधान न्यायाधीश जस्टिस एसए बोबडे का कहना है कि उच्च न्यायपालिका में अब तक आरक्षण की जरूरत ही नहीं महसूस हुई। अभी इसका वक्त नहीं आया है। उन्होंने कहा, आम लोगों को न्यायपालिका पर भरोसा रखना चाहिए। उन्होंने स्वीकार किया, आम आदमी की पहुंच सुप्रीम कोर्ट तक नहीं है। वजह चाहे वकीलों की फीस हो या कोई अन्य कारण, लेकिन यह सच्चाई है। जहां तक वकीलों की फीस का सवाल है, यह मसला बार काउंसिल के समक्ष उठाया जाना चाहिए। 18 नवंबर को प्रधान न्यायाधीश पद ग्रहण करने जा रहे जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने सांविधानिक संस्थाओं को सरकार द्वारा नियंत्रित करने के विपक्ष के आरोप पर कहा, मैं आरोपों-प्रत्यारोपों में नहीं जाना चाहता। सुनवाई के सीधे प्रसारण पर उन्होंने ने कहा, इस महत्वपूर्ण मसले पर कमेटी काम कर रही है।
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