दिवाली के दूसरे दिन दिखी गंदगी तो झाड़ू लेकर निकल पड़े BJP सांसद, मेयर रहते शुरू की थी परंपरा

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ग्वालियर. दीपावली (Diwali 2019) से पहले लोग घर की साफ-सफाई करते हैं. लेकिन त्योहार के उमंग में अपने शहर की गंदगी को भूल जाते हैं. यही वजह है कि त्योहार (Festival) के दूसरे दिन शहर की सड़कों पर गंदगी का अंबार दिख ही जाता है. ग्वालियर के भाजपा (BJP) सांसद विवेक नारायण शेजवलकर (Vivek Narayan Shejwalkar) को इससे बड़ी तकलीफ होती है. इसलिए दिवाली के दूसरे दिन सोमवार की सुबह शेजवलकर झाड़ू लेकर निकल पड़े और कई इलाकों की सफाई कर डाली. सांसद को झाड़ू लगाता देख कई स्थानीय लोग भी बाद में साथ आ गए.

गौरतलब यह है कि शेजवलकर 10 साल तक ग्वालियर के मेयर (Mayor of Gwalior) भी रहे हैं. मेयर रहते हुए ही उन्होंने दिवाली के दूसरे दिन सफाई की परंपरा शुरू की थी. वे मेयर से सांसद हो गए, लेकिन त्योहार के बाद शहर में गंदगी फैलने की 'आदत' नहीं बदल सकी. लिहाजा इस साल भी शेजवलकर को झाड़ू उठानी पड़ी.

सुबह 7 बजे ही टीम के साथ पहुंचे महाराज बाड़ा

ग्वालियर के सांसद विवेक शेजवलकर सोमवार की सुबह करीब 7 बजे ही अपनी टीम के साथ शहर के बाजारों की सफाई करने निकल पड़े. भाजपा सांसद सबसे पहले महाराज बाड़ा पहुंचे और पूरे इलाके की सफाई की. महाराज बाड़ा के बाद सर्राफा बाजार इलाके में भी सांसद और उनकी टीम ने झाड़ू लगाई. शेजवलकर ने अपनी टीम के साथ करीब 4 घंटे तक विभिन्न बाजारों की सफाई की. महाराजा बाड़ा, सर्राफा बाजार और दौलतगंज बाजार में सांसद और उनकी टीम के साथ-साथ कई स्थानीय लोगों ने भी साफ-सफाई की.
सफाई की परंपरा को निभाया
विवेक शेजवलकर करीब 10 साल तक ग्वालियर के महापौर रहे हैं. इस पद पर रहते हुए ही उन्होंने दीपावली के दूसरे दिन सुबह होते ही बाजारों की सफाई करने की परंपरा शुरू की थी. अब सांसद बनने के बाद भी उन्होंने इस सिलसिले को बरकरार रखा. यह अलग बात है कि इस साल उन्होंने अपने सफाई अभियान को प्रदूषण-मुक्ति का नाम दिया. ग्वालियर के विभिन्न बाजारों की सफाई के बाद न्यूज 18 के साथ बातचीत में सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि दीपावली पर प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. सिर्फ कानून सख्त होने से ही प्रदूषण नहीं रुकेगा. इसके लिए जनता को भी जागरूक करना पड़ेगा.