सोपोर के बस स्टैंड पर आतंकियों ने फेंका ग्रेनेड, 15 लोग घायल

0
57

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के सोपोर में बस स्टैंड पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका है. सोमवार को दोपहर बाद किए गए इस हमले में 15 से ज्यादा नागरिक घायल हो गए हैं. सुरक्षाबलों ने बस स्टैंड का घेराव कर लिया है और आतंकियों की तलाश जारी है. जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड फेंका. घायलों में एक महिला भी है.

इससे पहले रविवार को राजौरी में पाकिस्तानी ने एक बार सीजफायर उल्लंघन कर भारतीय चौकियों को निशाना बनाया था. पाकिस्तान की तरफ से रविवार को राजौरी जिले में लाइन ऑफ कंट्रोल (Line of Control) के पास सुंदरबनी सेक्टर में बिना उकसावे की फायिरंग की गई. इस गोलीबारी में भारतीय सुरक्षाबलों के एक जवान के घायल होने की खबर है. घायल जवान के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल सकी है.

भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी की तरफ से हुई फायरिंग की मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तानी की चौकियों को निशाना बनाया.
घरों को नुकसान, मवेशी मारे गए
20 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के तंगधार टंगडार सेक्टर के उस पार नीलम वैली और लीपा वैली में सेना द्वारा की गई मुंहतोड़ कार्रवाई में तबाह हुए आतंकी कैंपों और पाक सैनिकों की मौत से भी कोई सबक न लेते हुए पाकिस्तान अब जम्मू के हीरानगर सेक्टर में अंतराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ करवाने की कोशिश में पिछले कई दिनों से फायरिंग कर रहा है.

बीती रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक पाकिस्तानी गोलाबारी जारी रही, जिसमें कुछ मवेशी मारे गए. दागे गए पाकिस्तानी मोर्टार से कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है. शाम होते ही लोग बंकरों में जान बचाने के लिए छुप जाते हैं. हीरानगर सेक्टर के मनियारी गांब के सईद अली का एक कमरे का घर पाकिस्तानी मोर्टार गिरने से जलकर राख हो गया. राख के ढेर में सईद अली अपनी बीबी मूला के साथ बचा खुचा समान ढूंढ रहे हैं.

पाकिस्तानी गोलाबारी में सईद अली की 2 भैंस मारी गई और एक जख्मी हो गई. सईद अली अपनी बीवी बच्चों के साथ बंकर में रह रहे हैं. किसानों की पैडी की फसल अभी पकी भी नहीं है फिर भी गांववाले अपनी आधी-अधूरी पकी फसल काटने को मजबूर है, क्योंकि गांववालों को पाकिस्तानी फायरिंग का खौफ है कि कहीं उनकी फसल पाकिस्तानी गोलों से बर्बाद न हो जाएं.

यही नहीं, पाकिस्तानी गोलाबारी से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है. पाकिस्तानी फायरिंग से बचने के लिए गांववाले और मासूम बच्चे घरों के कोने में दुबककर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. हीरानगर सेक्टर के पंसर और मनियारी गांव में दिन के समय काफी चहल-पहल रहती थी पर अब गांव में सन्‍नाटा पसरा हुआ है, क्योंकि लोग अपने घरों या बंकरों में दुबके रहते हैं.