विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर जीतकर आए अल्पेश ठाकोर अब पुरानी पार्टी छोड़ बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं. अल्पेश उपचुनाव जीतकर विजय रूपाणी सरकार में मंत्री बनने का सपना देख रहे हैं.
महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव के साथ सोमवार को गुजरात विधानसभा की 6 सीटों पर भी मतदान खत्म हुआ. सूबे में बनासकांठा जिले की थराड, पाटन की राधनपुर, मेहसाणा की खेरालु, अरवल्ली की बायड, अहमदाबाद की अमराईवाडी और महिसागर की लुनावाडा विधानसभा सीट पर आज वोट डाले गए. यहां थराड सीट पर सबसे ज्यादा 65 फीसदी और अमराईवाडी सीट पर सबसे कम 31 फीसदी वोट पड़े.
कहीं सुस्त, कहीं औसत वोटिंग
राज्य की 6 विधानसभा सीटों पर मतदान काफी धीमी गति से शुरू हुआ लेकिन वक्त के साथ इसमें थोड़ा इजाफा देखा गया. वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो थराड में 65.47 फीसदी, राधनपुर में 59.87 फीसदी, खेरालु में 42.81 फीसदी, बायड में 57.81 फीसदी, अमराईवाडी में 31.53 फीसदी और लुनावाडा में 47.54 फीसदी वोटिंग हुई.
गुजरात विधानसभा के उपचुनाव में सभी की नजरें टिकी हुई हैं. यहां का फोकस राधनपुर और बायड के उपचुनाव पर हैं जहां राधनपुर से बीजेपी उम्मीदवार अल्पेश ठाकोर और बायड से धवलसिंह झाला चुनाव लड़ रहे हैं. बायड में बीजेपी के उम्मीदवार धवलसिंह झाला और कांग्रेस के उम्मीदवार जशु पटेल ने मतदान किया और दोनों ने अपनी जीत के दावे किए.
तय होगा अल्पेश का भविष्य
वहीं सूबे की राधनपुर के दोनों उम्मीदवार अल्पेश ठाकोर और रधु देसाई यहां वोट नहीं डाल पाए, क्योंकि दोनों ही स्थानीय नहीं हैं और उनका वोट इस क्षेत्र में नहीं आता. राधनपुर सीट इसलिए भी अहम है क्योंकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर जीतकर आए अल्पेश ठाकोर अब पुरानी पार्टी छोड़ बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं. अल्पेश उपचुनाव जीतकर विजय रुपाणी सरकार में मंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. उपचुनाव के नतीजों का असर अल्पेश का राजनीतिक भविष्य तय कर सकता है.
सूबे की बायड की सीट भी काफी अहम हो गई है क्योंकि यह सीट कांग्रेस के गढ़ रही है और यहां पिछले चुनाव में भी कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी. लेकिन धवलसिंह जाला अब कांग्रेस छोड़ बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं. विधानसभा चुनाव जीतकर आई बीजेपी के लिए इस बार सभी 6 सीटें जीतना किसी चुनौती से कम नहीं है.