दृष्टिबाधित बच्चे सम्मान और स्नेह के आकांक्षी : प्रतिभा मित्तल 

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इन्दौर । दृष्टिबाधित बच्चे हमसे कुछ और नहीं, सम्मान और स्नेह के आकांक्षी हैं। इस खूबसूरत दुनिया को देखने के लिए उनके पास भी दिव्य दृष्टि है। सबसे श्रेष्ठ सौंदर्य वही होता है, जो मन की आंखों से देखा जा सके। आज इन दिव्य दृष्टि वाले बच्चों के बीच रहकर हम सबको जो आनंद की अनुभूति हुई है, उसका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता।
ये विचार हैं महिला प्रकोष्ठ अग्रवाल समाज की प्रतिभा मित्तल के, जो उन्होंने  प्रकाश नगर स्थित लेडी हेलन केलर अंधशाला के बच्चों के बीच नवरात्रि के महापर्व पर आयोजित एक आत्मीय कार्यक्रम में व्यक्त किए। प्रकोष्ठ के ‘लव यू जिंदगी’ कार्यक्रम की श्रृंखला में आज अनेक सखियां इन बच्चों के बीच पहुंची और उन्हें अनेक उपहार भी भेंट किए। किसी ने बिस्किट, चिप्स, चाकलेट और मिठाई भेंट की तो किसी ने पैंसिल बाक्स और अन्य फल तथा बच्चों के स्वल्पाहार के लिए स्कूल प्रबंधन को पोहे आदि भेंट किए। नवरात्रि के अवसर पर सभी बच्चों को फलाहार भी कराया गया। प्रकोष्ठ की सखियों में गरिमा गुप्ता, श्वेता मोदी, निकिता, पूनम, सुनीता, स्नेहा, तिलोत्तमा, श्वेता बंसल, वर्षा, जयश्री, सीता एवं अन्य सखियों ने भी बच्चों को संबोधित किया। मुकुंद बागड़ी और जितेंद्र सेंगर नामक दो बच्चों ने गीत भी सुनाए। प्राचार्य संजीवनी दुबार, राजकुमार रघुवंशी एवं संगीत शिक्षक मुन्नालाल शर्मा भी उपस्थित थे। लगभग ढाई घंटे चले इस आत्मीय समारोह में बच्चों ने भी अपनी खुशियों को पूरे उत्साह के साथ साझा किया। अंत मंे प्रतिभा मित्तल ने आभार माना।