बिहार में आई बाढ़ के कारण काफी नुकसान देखने को मिला है. वहीं अब बिहार की राजधानी पटना में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. लेकिन कई इलाके ऐसे हैं जहां अभी भी पहुंचना लोगों के लिए मुश्किल है.
पटना में कम हो रहा है बाढ़ का पानीशहर में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ा
बिहार में आई बाढ़ के कारण काफी नुकसान देखने को मिला है. वहीं अब बिहार की राजधानी पटना में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. लेकिन कई इलाके ऐसे हैं जहां अभी भी पहुंचना लोगों के लिए मुश्किल है. इसके साथ ही अब शहर में बीमारियां फैलने का खतरा भी बढ़ गया है.
पटना में कई जगहों पर पहुंचा मुश्किल हो गया है. ऐसी जगहों पर जाने के लिए लोग ट्रैक्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं. कई इलाकों में लोग पहुंचने के लिए बांस की नाव भी तैयार कर रहे हैं. वहीं बाढ़ का पानी कम होने के बाद अब शहर में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ रहा है.
शहर में पेयजल के सभी स्रोतों में गंदा पानी भर गया है, लिहाजा यहां शुद्ध पेयजल की भारी किल्लत है. ऐसे में पटना में केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है.
पटना नगर निगम द्वारा राजेंद्र नगर में बाढ़ के पानी में छिड़काव किया जा रहा है. नगर निगम के अधिकारी सौरव कुमार ने बताया कि पानी को गंधहीन बनाने और कीड़ों को नष्ट करने के लिए रसायन का छिड़काव किया जा रहा है.
नीतीश कुमार लें जिम्मेदारी
वहीं बाढ़ के हालात को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बाढ़ को लेकर जो हालात बने, उसकी जिम्मेदारी सीएम नीतीश कुमार को लेनी चाहिए. वह राज्य में 15 सालों से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान हैं. गिरिराज सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि ताली सरदार को तो गाली भी सरदार को यह दुनिया की रीति है.