स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि ग्वालियर जिले के शासकीय उत्कृष्ट उमावि क्र.-1 मुरार की तर्ज पर विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में एक स्कूल को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित करें। डॉ. चौधरी ग्वालियर एवं चंबल संभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. चौधरी ने कहा कि स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रदेश में संभाग स्तर पर अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित कर प्राप्त सुझावों को शामिल कर प्रदेश में बच्चों को शिक्षा का बेहतर वातावरण देना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों की भूमि का अतिक्रमण प्राथमिकता के आधार पर हटाने की कार्रवाई कर बाउण्ड्रीवॉल का भी निर्माण कराएं।
लों में बच्चों को शिक्षा का बेहतर वातावरण मिले
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि स्कूलों में बच्चों को शिक्षा का बेहतर वातावरण प्राप्त हो, इसके लिए बैठक में बहुत अच्छे सुझाव आए हैं। इन सुझावों पर अमल से स्कूल शिक्षा की व्यवस्था में सुधार आयेगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों के बंद होने के बाद स्कूल प्रांगणों एवं पार्कों का दुरूपयोग न हो, इस पर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है। खाद्य मंत्री ने कहा कि शौचालयविहीन स्कूलों में जनभागीदारी एवं विधायक निधि से 10 स्कूलों का चयन कर प्राथमिकता के आधार पर शौचालयों का निर्माण कराएं।
विधायक श्री मुन्नालाल गोयल ने कहा कि निजी स्कूलों के समान हमें शासकीय स्कूलों में भी शिक्षा का बेहतर वातावरण देना है। साथ ही अधोसंरचना के कार्य भी करने होंगे। ऐसे स्कूल जिनमें शौचालय एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं उन स्कूलों को चिन्हित कर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि संकुल केन्द्र पर एक स्मार्ट विद्यालय शुरू किया जाए।